पतंजलि च्यवनप्राश के फायदे (Patanjali Chyawanprash in Hindi) पतंजलि च्यवनप्राश के नुकसान, उपयोग, सेवन विधि (Patanjali Chyawanprash Benefits, Side Effects, Uses in Hindi)
अपनी सेहत को सुधारने के लिए सर्दी के मौसम को सबसे अच्छा समय माना जाता है इस समय हम स्वास्थ्यवर्धक व बलवर्धक चीजे खा सकते हैं तथा अपने शरीर को मजबूत व शुडौल बना सकते हैं।
जब शरीर को स्वस्थ बनाने और बलवान बनाने की बात आती है तो हमारे दिमाग में सबसे पहले च्यवनप्राश ही आता है। च्यवनप्राश को हमारे ऋषि-मुनियों द्वारा प्राचीन समय से एक सेहतमंद उत्पाद के रूप में उपयोग किया जा रहा है।
आपने भी शायद जिंदगी में कभी न कभी च्यवनप्राश का सेवन किया होगा। आज हम आपको बाबा रामदेव जी की कंपनी पतंजलि के च्यवनप्राश के गुणों के बारे में बताने जा रहे हैं।
आइए इस पोस्ट में जानते हैं पतंजलि च्यवनप्राश के फायदे और नुकसान के बारे में –
आगे पोस्ट में शुद्ध शिलाजीत के बारें में भी पढ़े, जो मर्दानगी बढ़ाने में सबसे अच्छा हैं।
पतंजलि च्यवनप्राश क्या है (Patanjali Chyawanprash in Hindi)
पतंजलि च्यवनप्राश को भारत की प्रसिद्ध आयुर्वेदिक उत्पाद बनाने वाली कंपनी पतंजलि के द्वारा बनाया गया है। इस च्यवनप्राश को बनाते समय इसमें मौजूद सभी जड़ी बूटियों की शुद्धता वह उनको कायम रखने का पूरा प्रयास किया गया है।
वैसे तो बाजार में और भी कंपनियों के च्यवनप्राश उपलब्ध ,है लेकिन पतंजलि के चमनप्राश ने हाल ही के कुछ वर्षों में बहुत ज्यादा मांग बढ़ाई है। यह च्यवनप्राश और कंपनियों के चवनप्राश से बाद में बाजार में आया है फिर भी इसमें मौजूद गुणों में जड़ी बूटियों के कारण लोग इससे ज्यादा स्वास्थ्यवर्धक मान रहे हैं।
आगे लेख में हम पतंजलि च्यवनप्राश में मौजूद सामग्री के साथ-साथ इसके फायदे व उपयोग की बात करेंगे जिससे आपको स्पष्ट हो जाएगा कि आपको इसका इस्तेमाल क्यों करना चाहिए।
पतंजलि चवनप्राश में मौजूद तत्व (Patanjali Chyawanprash Ingredients)
पतंजलि च्यवनप्राश को कई शक्तिवर्धक आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों द्वारा तैयार किया गया है. जिनके नाम निम्नलिखित है –
दशमूल | हरड़ | खरेती |
मुग्धपर्णी | पिपली छोटी | मस्पर्नी |
काकड़ा श्रृंगी | भूमि आमला | द्राक्ष |
जीवंती | गिलोय | रिद्धि |
जीवक | नागरमोथा | मेडा |
आमला पिष्टी | पुनर्नवा | घृत (घी) |
विदारीकंद | कचूर | चीनी…आदि |
👉 यह भी पढ़े > महिला पुरुष को सुन्दर बनाने की दवा कायाकल्प वटी
पतंजलि च्यवनप्राश के फायदे (Patanjali Chyawanprash Benefits in Hindi)
जैसा कि आपने ऊपर पढ़ा कि पतंजलि च्यवनप्राश दशमूल, पिपली, भूमि आमला, द्र्क्षा, गिलोय, कचूर, नागरमोथा, दालचीनी, केसर, अश्वगंधा आदि जड़ी बूटियों के उपयोग से बनाया गया है तो इसमें तो कोई शक नहीं कि यह बहुत ही फायदेमंद है।
इसने मौजूद इतनी जड़ी बूटियों के कारण ही यह हमारे स्वास्थ्य के लिए इतना फायदेमंद साबित होता है। आइए जानते हैं पतंजलि च्यवनप्राश के लाभ के बारे में-
1. पतंजलि च्यवनप्राश के फायदे थकान मिटाने में
हम में से बहुत से लोग मेहनत का काम करते होंगे तथा ऐसा काम करने से थकान हो जाना एक स्वाभाविक सी बात है। अपनी थकान को दूर करने के लिए हमें कुछ ना कुछ ऐसा जरूर खाना चाहिए जो हमें तरोताजा बनाए रख सके।
सर्दियों के मौसम में पतंजलि च्यवनप्राश का उपयोग आपको अंदर से ऊर्जावान बनाए रखता है तथा आप कोई भी मेहनत का काम या पढ़ने लिखने का काम भी देर तक कर पाते हैं।
कुछ व्यक्तियों में बिना अधिक मेहनत का काम किए भी थकान महसूस होती है उनके लिए भी च्यवनप्राश का उपयोग बहुत ही उपयोगी सिद्ध होता है।
जिन लोगों का शरीर थका-थका रहता है उन्हें सुबह एक चम्मच च्यवनप्राश का उपयोग एक गिलास दूध के साथ तथा रात को सोते समय करना चाहिए।
2. शारीरिक कमजोरी दूर करने में पतंजलि च्यवनप्राश के फायदे
बहुत से लोग ऐसे होते हैं जो कुछ भी खा लेते हैं पर उनका शरीर कमजोर ही बना रहता है बहुत प्रयास करने के बाद भी वह मनचाहा शरीर नहीं पाते।
मनचाहा शरीर पाना तो बहुत मुश्किल तथा बहुत प्रयास का काम है। लेकिन शरीर की कमजोरी दूर करके उसे आकर्षक बनाने का काम आपके लिए आसान हो सकता है।
पतंजलि च्यवनप्राश का सर्दियों के मौसम में नियमित उपयोग करने से यह हमारे शरीर की कमजोरी तो दूर करता ही है, साथ में हमारे शरीर को बलवान बनाकर आकर्षक भी बनाता है।
शारीरिक कमजोरी दूर करने के लिए रोज सुबह शाम दूध के साथ च्यवनप्राश का उपयोग करना चाहिए।
3. यौन शक्ति बढ़ाने में पतंजलि च्यवनप्राश के फायदे
जिस व्यक्ति की यौन शक्ति कमजोर हो गई है उसे ही पता है कि इसके क्या मायने हैं। अपने पार्टनर को शारीरिक रूप से खुश ना कर पाना एक बहुत ही बड़ी व्याधि की ओर ले जाता है।
कई लोग अपनी शारीरिक जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए पता नहीं कैसे-कैसे वैध के पास चले जाते हैं लेकिन इलाज कराने पर भी उन्हें कोई फायदा महसूस नहीं होता।
कई हजारों वर्षों से हमें आयुर्वेद बता रहा है कि यौन शक्तियों को बढ़ाने में अश्वगंधा जैसी जड़ी बूटियां बहुत ही उपयोगी है। तथा आप तो जानते ही हैं कि Patanjali Chawanprash में अश्वगंधा जैसी कई अनेक शक्ति वर्धक जड़ी बूटी मौजूद है।
जब हम च्यवनप्राश का नियमित उपयोग करते हैं तो यह हमारे शरीर को धीरे धीरे ऊर्जावान बनाता है तथा शारीरिक कमजोरी को दूर करके हमारी यौनशक्ति में भी वृद्धि करता है।
यदि आप संभोग में ज्यादा अच्छी परफॉर्मेंस चाहते हैं तो पतंजलि च्यवनप्राश का सुबह शाम दूध के साथ उपयोग कीजिए आपको फर्क कुछ दिनों में दिखाई देने लग जाएगा।
👉 यह भी पढ़े > मर्दानगी बढ़ाने में सबसे कामयाब पतंजलि शुद्ध शिलाजीत
4. कामेच्छा बढ़ाने में दिव्य च्यवनप्राश के फायदे
जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है वैसे ही वैसे हमारी कामेच्छा कमजोर होने लगती है। काम इच्छा का मतलब होता है अपने साथी से संभोग करने की इच्छा।
यदि आपकी संभोग करने की इच्छा कम होती जा रही है तथा आपके साथी की इच्छा से मेल नहीं खाती है तो ऐसा होना रिश्ते में खटास ला सकता है।
कोई भी नहीं चाहता कि किसी की काम इच्छा कम हो। लेकिन इस तनाव, काम का बोझ, बढ़ती उम्र तथा गलत खानपान से ऐसा हो जाता है. लेकिन फिक्र ना कीजिए पतंजलि च्यवनप्राश इसमें बहुत ही लाभकारी सिद्ध होता है।
यदि आप आयुर्वेदिक उत्पादों जैसे च्यवनप्राश का रोजाना उपयोग करते हैं तो आपको कुछ ही दिनों में अपनी कामेच्छा में बढ़ोतरी देखने को मिल जाएगी।
5. ब्रोन्कियल अस्थमा में पतंजलि च्यवनप्राश के लाभ
पतंजलि च्यवनप्राश ना केवल शारीरिक रूप से हमें भगवान बनाता है बल्कि यह ब्रोन्कियल अस्थमा जैसी बीमारी में भी चमत्कारिक लाभ प्रदान करता है।
ब्रोंकाइल अस्थमा एक ऐसी बीमारी होती है जिसमें इंसान के वायु मार्ग में सूजन आ जाती है या मार्ग छोटा हो जाता है। जिस कारण वायु मार्ग में ज्यादा म्यूकस बने लगता है इस वजह से व्यक्ति को सांस लेने में बहुत कठिनाई होती है।
यदि आप भी ऐसी ही परेशानी का सामना कर रहे हैं तो पतंजलि च्यवनप्राश का उपयोग आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
पतंजलि च्यवनप्राश में मुलेठी, पूर्णनवा, जीवक, गिलोय, द्राक्षा, भूमि आंवला जैसी जड़ी बूटियां मिली हुई है जो ब्रोंकाइल अस्थमा में राहत प्रदान करती है।
6. खांसी सर्दी जुकाम में पतंजलि च्यवनप्राश के बेनिफिट
खांसी की समस्या हमें बहुत अधिक देखने को मिलती है, कभी ठंडा पीने से या फिर किसी अन्य कारण से अचानक से यह बीमारी हो जाती है।
खांसी की समस्या को ठीक करने के लिए पतंजलि च्यवनप्राश का उपयोग बहुत ही लाभदायक है। यह ना केवल खांसी बल्कि सर्दी जुकाम जैसी समस्या में भी बहुत लाभकारी होता है।
पतंजलि च्यवनप्राश में मुलेठी, अश्वगंधा, गिलोय, भूमि आंवला, रिद्धि जैसे तक मिले हुए हैं जो खांसी और सर्दी जुकाम जैसी समस्या से राहत दिलाने में में बहुत लाभकारी होते हैं।
7. भूख बढ़ाने में पतंजलि च्यवनप्राश के लाभ
भूख कम लगना हमेशा ही बुरा नहीं होता लेकिन जरूरत से अधिक कम भूख लगना हमारे स्वास्थ्य के लिए अवश्य बुरा हो सकता है।
जब हमें भूख बहुत कम लगती है तो हमारा खान-पान बहुत निम्न हो जाता है। इस वजह से हमें हमारे शरीर को चुस्त-तंदुरुस्त बनाए रखने के लिए जरूरी पोषक तत्व नहीं मिल पाते।
जब हमारे शरीर में जरूरी पोषक तत्वों की कमी हो जाती है तो यह हमारे स्वास्थ्य को तो बिगड़ता ही है, साथ में हमारा वजन भी घटाने का एक कारक बन जाता है।
पतंजलि च्यवनप्राश में ऐसी बहुत सी जड़ी बूटियां मिली हुई है जो हमारी भूख को बढ़ा देती है। जिस कारण हमारा खान-पान सही हो जाता है जब हमें भूख लगने लगती है तो यह हमारे वजन बढ़ने में भी मददगार होता है।
पतंजलि च्यवनप्राश का उपयोग हमारी भूख को बढ़ाता है भजन को बढ़ाता है तथा हमारे शरीर की हड्डियों को मजबूत करने में भी सहयोगी होता है।
👉 यह भी पढ़े > यौन शक्ति हो गई हैं कम खाए मूसली पाक
8. याददाश्त बढ़ाने में पतंजलि च्यवनप्राश के फायदे
आपने बड़े बूढ़ों से जरूर सुना होगा कि पढ़ने वाले बच्चों को च्यवनप्राश जरूर खाना चाहिए। वे ऐसा इसलिए कहते हैं क्योंकि वे जानते हैं कि च्यवनप्राश खाने से हमारी याददाश्त बढ़ती है।
जिस प्रकार बच्चों को पढ़ाई में आगे निकलने के लिए अच्छी याददाश्त की जरूरत होती है। उसी प्रकार हर व्यक्ति को अपने काम में या फिर चीजों को याद रखने के लिए अच्छी याददाश्त चाहिए होती है।
उम्र बढ़ने के साथ-साथ याददाश्त में कमी आना एक आम बात है स्मृति से जुड़ी ऐसी परेशानियों के लिए पतंजलि च्यवनप्राश का उपयोग बहुत ही फायदेमंद साबित होता है।
चाहे आप बच्चे हो विद्यार्थी हो युवा हो कर्मचारी हो बुजुर्गों हो आप सभी को सर्दियों के मौसम में दिव्य च्यवनप्राश का उपयोग तो करना ही चाहिए। यह हमारी स्मृति को बढ़ाकर हमारे दिमाग को तेज करता है।
9. फेफड़ों के विकारों में पतंजलि च्यवनप्राश के फायदे
फेफड़े मनुष्य शरीर के जरूरी आगे तथा इनका स्वस्थ रहना बहुत ही आवश्यक है यही हमें जीवित बनाए रखने के लिए सबसे बड़े कारकों में से एक है।
फेफड़ों से संबंधित कई विकार होते हैं जैसे अस्थमा, क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी), ब्रोंकियोलाइटिस और ब्रोन्किइक्टेसिस या ब्रोंकाइल अस्थमा आदि
फेफड़ों के इनमें से किसी भी विकार को जल्द से जल्द दूर करना बहुत ही जरूरी होता है तथा पतंजलि चवनप्राश का फेफड़ों के विकारों में उपयोग करना बहुत ही राहत प्रदान करता है।
वायु मार्ग की बीमारियों में खरेती, रिद्धि, भूमि आंवला, जीवंती, हरड, पुनर्नवा जैसी औषधियाँ बहुत ही लाभकारी होती है तथा यह सभी जड़ी-बूटियां पतंजलि चवनप्राश में उपलब्ध है।
फेफड़ों में वायु मार्ग को स्वस्थ बनाए रखने के लिए पतंजलि च्यवनप्राश का उपयोग नियमित तौर पर करना चाहिए। इसका सेवन सुबह दूध के साथ खाली पेट तथा रात में सोते समय लेने से अधिक लाभ प्राप्त होते हैं।
10. गले, कान-नाक के विकारों में च्यवनप्राश के फायदे
यह तो हम सभी जानते हैं कि हमारे गले, नाक-कान आदि अंगो का स्वस्थ रहना हमारे लिए कितना आवश्यक होता है लेकिन इनके स्वास्थ्य पर बहुत अधिक ध्यान नहीं दिया जाता।
किसी दवाई के साइड इफेक्ट के कारण या फिर गलत खान-पान के कारण हमें हमारे इन जरूरी अंगों के कई विकार हो जाते हैं जिस कारण हमें परेशानी होती है।
पतंजलि च्यवनप्राश ऐसी जड़ी बूटियों से मिलकर बना है जो न केवल फेफड़ों से संबंधित विकारों को दूर करता है बल्कि यह नाक-कान तथा गले से संबंधित विकारों को दूर करने में भी उपयोगी है।
चाहे सर्दी-जुकाम हो या फिर गले में खसखस या फिर कोई और दिक्कत पतंजलि च्यवनप्राश का उपयोग रोजाना करने से हमें कई समस्याओं में आराम मिलता है।
11. त्वचा व बालों को स्वस्थ बनाने में पतंजलि च्यवनप्राश खाने के फायदे
च्यवनप्राश में ऐसे कई घटक मौजूद होते हैं जो हमारी बॉडी के लिए एंटी एजिंग के रूप में काम करते हैं, मतलब इन्हें खाने से हमारा शरीर अधिक समय तक युवा बना रहता है।
पतंजलि च्यवनप्राश में मौजूद अश्वगंधा, पिपली, दालचीनी, पुनर्नवा, विदारीकंद, आमला पिष्टि भी आदि कुछ ऐसे ही तत्व है जो हमारी त्वचा का निखार बढ़ाते हैं तथा इसे स्वस्थ बनाए रखते हैं।
इस उत्पाद का उपयोग ना केवल हमारी त्वचा को बेहतर बनाता है बल्कि साथ में है यह हमारे बालों के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। बालों का गिरना एक आम समस्या है लेकिन च्यवनप्राश का उपयोग बालों के गिरने को कम कर सकता है।
जब हम नियमित तौर पर पतंजलि च्यवनप्राश का उपयोग करते हैं तो यह हमारी स्किन को निकालता है तथा साथ में बालों को मजबूत बनाकर इन्हें झड़ने से रोकता है साथ ही बालों के सौंदर्य को भी बढ़ाता है।
पतंजलि च्यवनप्राश के नुकसान (Patanjali Chyawanprash Side Effects in Hindi)
जैसे कि आपने जाना कि पतंजलि च्यवनप्राश दशमूल, पीपली, खरेती, मस्परनी, काकड़ा श्रृंगी, भूमि आंवला, द्राक्षा, अश्वगंधा जड़ी जड़ी बूटियों से मिला है तथा इन जड़ी-बूटियों के नुकसान तभी होते हैं जब हमें ने गलत ढंग से या अधिक उपयोग करते हैं।
हमारी के द्वारा की गई रिसर्च में हमें पतंजलि चवनप्राश के साइड इफेक्ट्स या नुकसान के बारे में कोई जानकारी प्राप्त नहीं हुई है अधिक जानकारी के लिए आप किसी डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं
फिर भी आप इसे खाते समय कुछ बातों का ध्यान जरूर रखें जैसे –
- च्यवनप्राश का उपयोग सर्दियों में ही करना चाहिए गर्मियों में यह है नुकसानदायक हो सकता है।
- पतंजलि च्यवनप्राश की तासीर गर्म होती है इसलिए अधिक पिट वाले व्यक्ति को इसका सेवन कम करना चाहिए।
- पतंजलि च्यवनप्राश में शुगर उपलब्ध होती है इसलिए मधुमेह के रोगियों को डॉक्टर से पूछने पर ही इसका सेवन करना चाहिए।
- यदि आपको पेट में अल्सर की शिकायत है तो चिकित्सक से पूछने के बाद ही चमनप्राश का सेवन करें।
- पतंजलि च्यवनप्राश का उपयोग इस पर लिखित पैकेट के निर्देशों के अनुसार ही करना चाहिए अधिक मात्रा में इसका उपयोग नुकसान दे सकता है।
👉 यह भी पढ़े > वजन बढ़ाने का सबसे कारगर पतंजलि प्रोडक्ट
पतंजलि च्यवनप्राश के उपयोग (Patanjali Chyawanprash Uses in Hindi)
पतंजलि च्यवनप्राश एक बहुत ही उपयोगी उत्पाद है इसी कारण इसकी मांग सर्दी का मौसम आते ही बहुत तेजी से बढ़ती है। आइए जानते हैं पतंजलि च्यवनप्राश के उपयोग के बारे में –
- शारीरिक ताकत बढ़ाने में पतंजलि च्यवनप्राश बहुत ही उपयोगी होता है।
- दिमाग को और अधिक शक्तिशाली बनाने में पतंजलि च्यवनप्राश उपयोगी भूमिका निभाता है।
- पतंजलि च्यवनप्राश का उपयोग बालों को मजबूत बनाने व निखारने के लिए कर सकते हैं।
- पतंजलि चवनप्राश का इस्तेमाल आंखों की रोशनी के लिए भी फायदेमंद होता है।
- इस च्यवनप्राश चमनप्राश का नियमित उपयोग हमारी हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है।
- पतंजलि च्यवनप्राश इसका इस्तेमाल पाचन क्रिया को बेहतर बनाने के लिए भी अच्छा होता है।
- चोट या संक्रमण के कारण होने वाली सूजन को कम करने में पतंजलि चमनपरास उपयोगी है।
- शरीर को युवा बनाए रखने में इस उत्पाद का उपयोग बहुत अच्छा रहता है।
- दमे की शिकायत को दूर करने में भी च्यवनप्राश उपयोगी होता है।
पतंजलि च्यवनप्राश की सेवन विधि (Patanjali Chawanprash Dosage)
पतंजलि च्यवनप्राश के खाने के तरीके की बात करें तो इसका उपयोग इस के पैकेट पर लिखे निर्देशों के अनुसार ही करना चाहिए।
युवा व बुजुर्ग व्यक्तियों को सुबह में एक चम्मच तथा रात में सोते हुए एक चम्मच च्यवनप्राश को हल्के गर्म दूध के साथ लेना चाहिए।
बच्चों को आधा चम्मच सुबह हल्के गर्म दूध के साथ तथा रात में सोते समय आधा चम्मच हल्के गर्म दूध के साथ च्यवनप्राश का सेवन करना चाहिए।
पतंजलि च्यवनप्राश कहां से खरीदें (How to Buy Patanjali Chawanprash)
पतंजलि च्यवनप्राश को आप अपने पास में ही मौजूद किसी भी पतंजलि स्टोर से खरीद सकते हैं या फिर ऑनलाइन आर्डर करके अपने घर पर मंगा सकते हैं।
पतंजलि च्यवनप्राश की कीमत (Patanjali Chyawanprash Price)
अगर पतंजलि च्यवनप्राश के प्राइस की बात करें तो इसका 1 किलोग्राम का पैकेट लगभग ₹350 के आसपास आता है।
जबकि पतंजलि च्यवनप्राश का 500 ग्राम के पैकेट की कीमत ₹180 के आसपास हो सकती है।
FAQ (Patanjali Chyawanprash Question)
उत्तर – पतंजलि च्यवनप्राश के नुकसान के बारे में हमने ऊपर लेख में बताया है।
उत्तर – हां अस्थमा में पतंजलि चमनपरास लाभकारी होता है अधिक जानने के लिए ऊपर पोस्ट पढ़े।
उत्तर – हां गर्भवती महिलाएं सीमित मात्रा में पतंजलि च्यवनप्राश का उपयोग कर सकती है।
सारांश और समीक्षा
आज के इस लेख में हमने पतंजलि च्यवनप्राश के लाभ (Benefits of Patanjali Chyawanprash in Hindi) के बारे में विवेचना की। साथ ही हमें हमने पतंजलि च्यवनप्राश के फायदे और नुकसान, च्यवनप्राश के उपयोग (Patanjali Chyawanprash Uses in Hindi), सेवन विधि व कीमत के बारे में भी जानकारी प्राप्त की।
मैं उम्मीद करती हूं कि आपको पतंजलि च्यवनप्राश खाने के फायदे आदि के बारे में अच्छे से जानकारी मिल गई होगी। इस बारे में किसी भी प्रश्न का उत्तर पाने के लिए आप हमसे कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।
Disclaimer: इस पोस्ट में बताये तरीके, विधि व दावों की हेल्थीह्यूमन पुष्ठी नहीं करता। इन्हें केवल सुझाव की तरह ले। इस प्रकार के किसी भी उपचार/दवा/डाइट अम्ल में लाने से पहले चिकित्सक की सलाह जरुर ले।
यह भी पढ़े 👇
- ब्लड प्रेशर नियंत्रित करे बीपी ग्रिट से आसानी से
- बादाम पाक खाने से फायदे है च्यवनप्राश से भी ज्यादा
- कानों की हर समस्या का समाधान ईयरग्रिट
- पतंजलि अमृत रसायन है गर्मियों का च्यवनप्राश