दिव्य ऑर्थोग्रिट के फायदे (Divya Orthogrit Tablet Benefits in Hindi) पतंजलि ऑर्थोग्रिट टैबलेट के नुकसान, उपयोग (Side Effects, Uses of Patanjali Orthogrit Tablet in Hindi)
इस 21 वी सदी में अर्थराइटिस की समस्या में बहुत इजाफा हुआ है। 20 वी सदी में यह रोग इतना आम नहीं था बहुत लोगों को आज अर्थराइटिस मतलब गठिया की बीमारी है।
गठिया की बीमारी का इलाज जल्द से जल्द करना बहुत जरूरी होता है क्योंकि इसमें व्यक्ति को बहुत पीड़ा होती है। अर्थराइटिस को खत्म करने के लिए बाबा रामदेव जी के पतंजलि इंस्टीट्यूट ने एक दवाई बनाई है ।
दिव्य ऑर्थोग्रिट टैबलेट नाम की इस दवाई को आयुर्वेदिक तरीके से तैयार किया गया है, जिस कारण यह अर्थराइटिस को ठीक करने में काफी प्रभावी साबित हो रही है।
आइए जानते हैं दिव्य पतंजलि ऑर्थोग्रिट के फायदे और नुकसान के बारे में –
दिव्य ऑर्थोग्रिट टैबलेट क्या है (Patanjali Orthogrit Tablet in Hindi)
ऑर्थोग्रिट टेबलेट को पतंजलि के रिसर्च इंस्टीट्यूट द्वारा दिव्य फार्मेसी के अंतर्गत बनाया गया है इस दवाई को पूरी तरीके से आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों के इस्तेमाल से निर्मित किया गया है।
बाजार में ऐसी बहुत कम दवाई थी जो अर्थराइटिस या गठिया रोग में फायदेमंद हो सके। जो भी दवाई मार्केट में उपलब्ध थी उनमें से अधिकतर अंग्रेजी दवाइयां थी तथा जो आयुर्वेदिक दवाइयां थी उनका प्रभाव अधिक सकारात्मक नहीं था।
इसी को देखते हुए पतंजलि कंपनी ने एक ऐसी दवाई बनाने की सोची जो गठिया रोग से लोगों को आराम दिला सके। जैसे हम आगे ऑर्थोग्रिट टेबलेट के फायदे के बारे में जानेंगे, आपको इस दवाई के महत्व के बारे में पता चल जाएगा।
पतंजलि ऑर्थोग्रिट में मौजूद सामग्री (Divya Orthogrit Tablet Ingredients)
दिव्य पतंजलि ऑर्थोग्रिट को कई जड़ी बूटियों से मिलकर बनाया गया है. जिनमें से कुछ के बारे में नीचे उल्लेख किया गया है –
1. वाचा | 11. मोथा | 21. देवदारू |
2. शल्लकी | 12. चित्रक निशोथ | 22. दंती |
3. तेजपत्र | 13. दालचीनी | 23. इलाइची |
4. धनिया | 14. वाईविडंग | 24. गजपीपल |
5. सोंठ मरीच | 15. पिपली | 25. पुनर्नवा |
6. निर्गुन्डी | 16. अश्वगंधा | 26. नागरमोथा शुद्ध |
7. गुग्गुल | 17. मुक्ताशुक्ति भस्म | 27. शुद्ध शिलाजीत |
8. मंडूर भस्म | 18. लौह भस्म | 28. हरड |
9. चिरायता | 19. बहेड़ा | 29. आमला |
10. रसना | 20. हडजोड | 30. गिलोय….आदि |
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पतंजलि ऑर्थोग्रिट टेबलेट के फायदे (Patanjali Orthogrit Tablet in Hindi)
दिव्य ऑर्थोग्रिट एक बहुत ही गुणकारी आयुर्वेदिक दवाई है इस दवाई को बनाने में दारूहल्दी, देवदारू, पुनर्नवा आदी जड़ी बूटियों का इस्तेमाल किया गया है। चलिए जानते हैं पतंजलि ऑर्थोग्रिट के फायदे के बारे में –
1. अर्थराइटिस की समस्या में दिव्य ऑर्थोग्रिट के फायदे
जैसे कि आपने पढ़ ही लिया है कि इस दवाई का नाम ऑर्थोग्रिट है। इसका नाम यह इसलिए रखा गया है क्योंकि यह अर्थराइटिस की समस्या में बहुत लाभकारी होती है।
अर्थराइटिस की समस्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है भारत देश में इससे लाखों की तादाद में लोग पीड़ित हैं। आम भाषा में लोग अर्थराइटिस को गठिया के नाम से भी जानते हैं।
ऑर्थोग्रिट टेबलेट को बनाने में दालचीनी, इलायची, धनिया, तेजपत्र, चित्रक नोसाथ, पुनर्नवा, निर्गुंडी, अश्वगंधा, गिलोय, आदि का उपयोग किया गया है, जिस कारण यह दवाई दर्द की समस्या में बहुत लाभ पहुंचाती है।
जिस किसी व्यक्ति को गठिया रोग की समस्या हो वह कुछ दिनों तक ऑर्थोग्रिट टैबलेट का उपयोग करें, उन्हें जल्द ही अर्थराइटिस की बीमारी में आराम मिलना शुरू हो जाएगा।
2. पुरानी अर्थराइटिस में पतंजलि ऑर्थोग्रिट के फायदे
यदि अर्थराइटिस की समस्या बहुत पुरानी हो जाती है तो इसे खत्म कर पाना बहुत ही मुश्किल हो जाता है। बहुत से व्यक्ति शुरू में गठिया की बीमारी पर इतना ध्यान नहीं दे देते हैं जिस कारण यह रोग बढ़ता चला जाता है।
आपको ऐसे बहुत से व्यक्ति मिल जाएंगे जिनको 10 वर्षों से भी अधिक समय से गठिया का दर्द है, उन्होंने काफी इलाज करा लिया है लेकिन कोई राहत नहीं मिल पा रही है।
यदि आपको इसी प्रकार का गठिया का दर्द है तो दिव्य ऑर्थोग्रिट टेबलेट के लाभ आपको जरूर उठाने चाहिए। यह दवाई ना केवल अर्थराइटिस के दर्द को कम करती है बल्कि अर्थराइटिस को धीरे-धीरे समाप्त भी करती है।
कभी भी गठिया को पुराना ना होने दें, शुरू से ही इसका इलाज करा ले। नहीं तो बाद में इससे राहत पाना बहुत मुश्किल हो जाता है।
3. सूजन में दिव्य ऑर्थोग्रिट टेबलेट के फायदे
कई व्यक्तियों में गठिया रोग के कारण जोड़ों में सूजन आ जाती है जिस कारण उन्हें बहुत अधिक दर्द होता है कभी-कभी तो दर्द असहनीय सा लगता है।
कुछ लोगों में गठिया के दर्द में कोई अधिक पीड़ा नहीं होती। लेकिन कुछ लोगों को सूजन के कारण बहुत अधिक पीड़ा का सामना करना पड़ता है। गठिया में आई सूजन को कम करने में पतंजलि ऑर्थोग्रिट टेबलेट बहुत उपयोगी होती है।
दिव्य ऑर्थोग्रिट टैबलेट को बनाने में निर्गुंडी, चित्रक नोसाथ, लोहा भस्म, हरड, शुद्ध शिलाजीत, मुक्ताशुक्ति भस्म जैसे आयुर्वेदिक तत्वों का उपयोग किया गया है ,जो इस दवाई को गठिया की समस्या में बहुत लाभदायक बनाता है।
अर्थराइटिस की वजह से आ रही सूजन को कम करने के लिए आपको नियमित तौर पर कुछ दिनों के लिए इस दवाई का सेवन करना चाहिए। यह सूजन तो कम करती है तथा अर्थराइटिस में भी आराम पहुंचाती है।
4. मोच की समस्या में पतंजलि ऑर्थोग्रिट टेबलेट के फायदे
दिव्या ऑर्थोग्रिट टेबलेट का उपयोग ना केवल आप गठिया रोग से मुक्ति पाने में, बल्कि हाथों पैरों में मोच आने की समस्या में भी कर सकते हैं।
क्योंकि ऑर्थोग्रिट में अश्वगंधा, निर्गुंडी, लोहा भस्म, सल्लकी तथा आमला जैसे तत्व मिले हुए हैं, जिस कारण इस दवाई में कई मेडिकल प्रॉपर्टीज उपस्थित हो जाती है।
इन मेडिकल प्रॉपर्टीज की उपस्थिति के कारण है यह मोच की समस्या में बहुत लाभकारी सिद्ध होती है ना केवल पतंजलि ऑर्थोग्रिट टेबलेट मौच में राहत प्रदान करती है बल्कि है इसके कारण हो रहे दर्द में भी आराम पहुंचाती है।
5. जोड़ों के दर्द में दिव्य पतंजलि ऑर्थोग्रिट टैबलेट के लाभ
जैसे-जैसे हमारी उम्र में वृद्धि होती है वैसे ही दर्द के कई रोग शरीर में सामने आने लगते हैं जोड़ों में दर्द होना उम्र बढ़ने के साथ आने वाली एक प्रमुख समस्या है।
इस समय दुनिया में बहुत बड़ी तादाद में लोग जोड़ों के दर्द की दिक्कत से जूझ रहे हैं, बहुत इलाज करने पर भी इस समस्या का समाधान कम ही हो पाता है.।
लेकिन दिव्य ऑर्थोग्रिट में ऐसी आयुर्वेदिक औषधियों का इस्तेमाल किया गया है जो ना केवल मनुष्य के जोड़ों के दर्द की समस्या को खत्म करती है, बल्कि यह आने वाली दर्द की समस्या की संभावना को भी कम करती है।
अगर आप जोड़ों के दर्द से जूझ रहे हैं तो आपको ऑर्थोग्रिट टेबलेट का उपयोग हल्के गर्म पानी से दिन में दो बार करना चाहिए।
6. इन्फ्लेमेशन स्टेटस ठीक करने में ऑर्थोग्रिट के बेनिफिट्स
जब भी हमारे शरीर में कोई विषाणु प्रवेश करता है या फिर बॉडी का कोई टिशु डैमेज हो जाता है, तो विषाणु से लड़ने व टिशू को ठीक करने के लिए हमारा इम्यून सिस्टम इन्फ्लेमेटरी सेल्स को भेजता है।
इन्फ्लेमेटरी सेल्स बैक्टीरिया से लड़ते हैं तथा हमें सुरक्षित रखने में मदद करते हैं। इम्यून सिस्टम इन सेल्स को तब ही एक्टिवेट करता है जब हम बीमार होते हैं या शरीर की और कोई समस्या होती है।
जब हमारा इम्यून सिस्टम इन्फ्लेमेटरी सेल्स को हमारे बिना बीमार हुए या बिना घायल हुए एक्टिवेट कर देता है तो यह हमारे लिए खतरनाक साबित होते हैं।
कहते हैं ना कुछ लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता उन्हीं लोगों के खिलाफ काम करने लगती है तो यह वही स्थिति होती है। इस स्थिति को ठीक करने के लिए दिव्य पतंजलि ऑर्थोग्रिट टैबलेट एक बहुत गुणकारी दवाई है।
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पतंजलि ऑर्थोग्रिट के नुकसान (Orthogrit Side Effects in Hindi)
जैसा कि हमने ऊपर जाना की दिव्य ऑर्थोग्रिट टैबलेट में धनिया, शल्लकी, चित्रक निषाद, दालचीनी, इलायची, गूगगल, पुनर्नवा, लोहा भस्म, हरड जैसी आयुर्वेदिक औषधियां मिली हुई है।
किसी भी आयुर्वेदिक औषधि के नुकसान तब ही हो सकते हैं जब उनका गलत तरीके से या फिर अधिक मात्रा में उपयोग किया जाए।
हमने जो रिसर्च की है उसमें हमें दिव्य ऑर्थोग्रिट टेबलेट के साइड इफेक्ट्स या नुकसान के बारे में कोई भी जानकारी नहीं मिली है। ऑर्थोग्रिट के नुकसान के बारे में अधिक जानने के लिए आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।
फिर भी आप कुछ बातों का ध्यान रख सकते हैं जैसे –
- खाली पेट इस दवाई को लेने से बचें।
- 1 दिन में ऑर्थोग्रिट की उतनी ही टेबलेट खाए जितनी बताई गई है।
- बच्चों को यह दवाई देने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना अनिवार्य है।
- यदि पहले से ही आपकी कोई अर्थराइटिस की दवाई चल रही है तो और तो लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श लें।
पतंजलि ऑर्थोग्रिट के उपयोग (Patanjali Orthogrit Tablet Uses in Hindi)
दिव्य ऑर्थोग्रिट टेबलेट एक बहुत ही गुणकारी आयुर्वेदिक दवाई है इसी वजह से यह बहुत लोगों को फायदा पहुंचा रही है। चलिए देखते हैं दिव्य ऑर्थोग्रिट के उपयोग क्या हैं –
- कंधों में दर्द की समस्या में ऑर्थोग्रिट टेबलेट का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- कुलहो के दर्द में भी इस टैबलेट का उपयोग किया जा सकता है।
- दिव्य ऑर्थोग्रिट गठिया के रोग में बहुत उपयोगी होती है।
- बॉडी में आई मोच की समस्या में ऑर्थोग्रिट का उपयोग किया जा सकता है।
- जोड़ों में आई सूजन को मिटाने में ऑर्थोग्रिट उपयोगी होती है।
- हाथों पैरों में अकड़न की समस्या में भी ऑर्थोग्रिटका उपयोग कर सकते हैं।
पतंजलि ऑर्थोग्रिट की सेवन विधि (Divya Orthogrit Tablet Dosage)
अगर दिव्य ऑर्थोग्रिट के सेवन की बात करें तो इसे डॉक्टर की सलाह के अनुसार या फिर इसके पैकेट पर बताए गए निर्देशों अनुसार ही सेवन करना चाहिए।
दिव्य ऑर्थोग्रिट टेबलेट के पैकेट पर दिए निर्देशों के अनुसार आप इसकी 2 गोली सुबह के भोजन के आधे घंटे बाद हल्के गर्म पानी से तथा 2 गोली शाम के भोजन के आधे घंटे बाद हल्के गर्म पानी से सेवन कर सकते हैं।
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दिव्य ऑर्थोग्रिट कहां से खरीदें (How to Buy Patanjali Orthogrit Tablet)
पतंजलि ऑर्थोग्रिट टेबलेट को आप पतंजलि के ऑनलाइन स्टोर या अमेजॉन या फिर फ्लिपकार्ट से आर्डर करके मंगा सकते हैं। इसके अलावा आप अपने पास के किसी भी नजदीकी पतंजलि स्टोर से इस आयुर्वेदिक दवाई को खरीद सकते हैं।
पतंजलि ऑर्थोग्रिट टैबलेट की कीमत (Patanjali Orthogrit Price)
दिव्य ऑर्थोग्रिट टेबलेट की कीमत के बारे बताए तो इसका 41 ग्राम का पैकेट लगभग ₹360 का आता है जिसमें 60 टैबलेट होती है।
₹360 = 60 टैबलेट
FAQ (प्रश्न-उत्तर)
उत्तर – जी हां, गठिया रोग में ऑर्थोग्रिट लाभकारी है। ज्यादा जानने के लिए ऊपर पोस्ट पढ़ें।
उत्तर – जी हां, बुजुर्ग लोग भी ऑर्थोग्रिट टेबलेट का लाभ उठा सकते हैं?
उत्तर – इस बारे में हमें कोई जानकारी नहीं मिली है इसलिए गर्भवती स्त्रियों ऑर्थोग्रिटका उपयोग करने से पहले डॉक्टर से जरूर पूछें।
सारांश और समीक्षा
उम्मीद है आपको अर्थराइटिस की दवाई दिव्य पतंजलि ऑर्थोग्रिट के फायदे (Divya Patanjali Orthogrit Tablet in Hindi) के बारे में पता चल गया होगा। साथ में आपको पतंजलि ऑर्थोग्रिट टेबलेट के नुकसान, ऑर्थोग्रिटके उपयोग (Patanjali Orthogrit Tablet Uses in Hindi), कीमत व सेवन विधि की जानकारी भी मिल गई होगी।
यदि आप दिव्य ऑर्थोग्रिट टेबलेट से संबंधित कोई भी प्रश्न पूछना चाहते हैं तो आप हमसे कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं ।हमें आपके सवाल का जवाब देने में खुशी होगी।
Disclaimer – उपरोक्त जानकरी सिर्फ ज्ञानवर्धन के लिए दी गई हैं, यह चिकित्सीय राय का कतई विकल्प नहीं हैं. किसी भी तरीके/दवाई को अम्ल में लाने से पहले डॉक्टर का परामर्श अनिवार्य हैं.
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भोजन के बाद खाकर देखे. यदि फिर भी जलन होती है तो डॉक्टर से मिलने के बाद ही इस दवाई को ले.