पतंजलि थायरोग्रिट टैबलेट के फायदे (Patanjali Thyrogrit Tablet Benefits in Hindi) थायरोग्रिट के नुकसान, उपयोग (Uses, Side Effects of Divya Patanjali Thyrogrit in Hindi)
ऐसे बहुत से लोग हैं जो गले गले के रोगों से पीड़ित है गले के रोगों में मुख्यतः थायरोइड तथा घेंघा की समस्या अधिक सामने आती हैं। पूरे संसार में ऐसे लाखों की तादाद में लोग होंगे जिन्हें थायराइड की समस्या है।
आज हम आपके लिए थायराइड की समस्या में आराम पाने के लिए एक आयुर्वेदिक दवाई लाए हैं। इस आयुर्वेदिक दवाई का नाम है पतंजलि थायरोग्रिट टैबलेट।
पतंजलि द्वारा बनाई गई थायरोग्रिट टैबलेट थायराइड की समस्या में बहुत ही कारगर है। इसे बहुत से लोगों द्वारा उपयोग किया जा रहा है तथा उन्हें फायदा भी पहुंच रहा है।
चलिए जानते हैं दिव्य पतंजलि थायरोग्रिट के फायदे और नुकसान के बारे में –
दिव्य थायरोग्रिट क्या है (Patanjali Thyrogrit in Hindi)
थायरोग्रिट टेबलेट एक आयुर्वेदिक दवाई है जिसे आयुर्वेदिक उत्पाद बनाने वाली कंपनी पतंजलि की दिव्य फार्मेसी द्वारा निर्मित किया गया है। इस टैबलेट को बनाने में जड़ी बूटियों का उपयोग किया गया है जिस कारण यह अधिक प्रभावी रूप से कार्य करती है।
दिव्य थायरोग्रिट टैबलेट थाइरोइड जैसी समस्याओं के लिए निर्मित की गई है तथा अन्य गले संबंधित समस्याओं में भी इसका उपयोग किया जा सकता है। आगे हम थायराइड क्या हैं इसके बारे में भी जानकारी लेंगे।
थायराइड क्या है? (Thyroid in Hindi)
थायराइड हमारी गर्दन के सामने स्थित एक छोटी सी ग्रंथि होती है जो हमारी सांस की नली के चारों ओर लिपटी होती है। थायराइड का मुख्य काम हार्मोन बनाना होता है यह हार्मोन शरीर के महत्वपूर्ण कार्यों को नियंत्रित करने में मददगार होता है।
जब हमारा थायराइड ठीक से कार्य नहीं करता तो इस कारण हमारा पूरा शरीर प्रभावित होने लगता है। अगर थायराइड ग्रंथि में गड़बड़ी होती है तो यह बहुत अधिक हार्मोन बनाना शुरू कर दे देता है जिसे हाइपरथाइरॉयडिज़्म के नाम से भी जाना जाता है।
अगर यह ग्रंथि कम थायराइड हार्मोन बनाती है तो उस स्थिति को हाइपोथायरायडिज्म कहा जाता है। शरीर में थायराइड हार्मोन के ज्यादा या कम होना दोनों ही स्थिति गंभीर है इनका बैलेंस बना रहना बहुत ही उचित होता है।
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थायराइड रोग क्या होता है (Thyroid Disease in Hindi)
जैसा कि हमने ऊपर बात की थायराइड हमारे शरीर में हारमोंस का निर्माण करता है जो बॉडी को चलाने के विभिन्न अंगों को सुचारू रूप से कार्य करने के लिए जरूरी होता है। थायराइड हार्मोन का काम हमारे शरीर के मेटाबॉलिज्म को भी नियंत्रित करना होता है।
जब हमारा थायराइड अधिक हार्मोन या फिर बहुत कम हार्मोन बनाना चालू कर देता है तो इस स्थिति को “थायराइड रोग” या “थाइरोइड डिजीज” के नाम से जाना जाता है.
थायराइड रोग होने के कारण (Causes of Thyroid Disease)
थायराइड रोगों के होने का कोई एक कारण नहीं है यह होने की कई वजह हो सकती है। आइए डालते हैं एक नजर थायराइड रोग होने के कारणों पर –
- यदि थायराइड ग्रंथि पर सूजन आ जाती है तो थायराइड हार्मोन का उत्पादन कम हो सकता है।
- जब हमारे बॉडी के सेल थायराइड पर आक्रमण करके नष्ट करने लगते हैं तो यह भी थायराइड रोग होने का एक कारण हो सकता है।
- जिन स्त्रियों ने अभी हाल ही में बच्चों को जन्म दिया है उन्हें भी थायराइड रोग हो सकता है लेकिन अधिकतर यह अस्थाई होता है।
- आयोडीन की कमी को भी थायराइड रोगों का एक बड़ा कारण माना जाता है शरीर में आयोडीन की कमी होने के कारण थायराइड ग्रंथि हार्मोन के प्रोडक्शन को कम कर सकती है।
- यदि किसी व्यक्ति की जन्म से ही थायराइड ग्रंथि सही से काम नहीं करती तो ऐसे व्यक्तियों को भी थायराइड रोग हो सकता है।
हमने थायराइड क्या है, थायराइड रोग क्या है, इसके बारे में तो जान लिया। अब जानते हैं इसकी दवाई थायरोग्रिट में उपलब्ध सामग्री के बारे में।
पतंजलि थायरोग्रिट में उपलब्ध तत्व (Divya Patanjali Thyrogrit Ingredients)
दिव्य थायरोग्रिट को बनाने में कई आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का उपयोग किया गया है जिनमें से कुछ निम्नलिखित है –
- धनिया
- कचनार छाल
- सिंघाड़ा
- बहेड़ा
- पुनर्नवा
Powder of:
- त्रिकातु
- पीपल
- मारीच
- शुद्ध गुग्गुल
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दिव्य पतंजलि थायरोग्रिट के फायदे (Patanjali Thyrogrit in Hindi)
दिव्य थायरोग्रिट टैबलेट का इस्तेमाल बहुत से लोगों को द्वारा किया जा रहा है क्योंकि यह बहुत ही फायदेमंद साबित हो रही है। आइए जानते हैं थायरोग्रिट के फायदे के बारे में –
1. हाइपरथाइरॉयडिज़्म में पतंजलि थायरोग्रिट के फायदे
थायराइड हमारे गले में स्थित एक ग्रंथि होती है जिसका मुख्य कार्य थायराइड हार्मोन को बनाना होता है यह हार्मोन हमारे शरीर के लिए बहुत ही जरूरी होता है।
थायराइड हार्मोन के कारण ही हमारे शरीर का मेटाबॉलिज्म कंट्रोल में रहता है तथा हम सही तरह से कार्यों को कर पाते हैं यदि आपको हाइपरथाइरॉयडिज़्म की समस्या हो गई है तो उसने दिव्य थायरोग्रिट टेबलेट बहुत ही प्रभावी होती है।
अगर आपको हाइपरथाइरॉयडिज़्म के बारे में नहीं पता तो आपको बता दें कि यह वह समस्या होती है जब हमारे थायराइड ग्रंथि शरीर में हार्मोन का उत्पादन बहुत अधिक कर देती है।
शरीर में थायराइड हार्मोन के अधिक बनने के कारण हमें कई परेशानी होनी शुरू हो जाती है इसीलिए इसका इलाज जल्द से जल्द कराना जरूरी होता है।
पतंजलि थायरोग्रिटटेबलेट को बनाने में धनिया, कचनार, सिंघाड़ा, बहेड़ा, पुनर्नवा, पीपल, शुद्ध गुग्गल, आदि औषधियों का उपयोग किया गया है। जिस कारण यह अधिक थायराइड हार्मोन के बनने की समस्या में राहत प्रदान करती है।
2. हाइपोथाइरॉयडिज्म में दिव्य थायरोग्रिटके फायदे
जैसा कि हमने ऊपर जाना थायराइड ग्रंथि का काम बॉडी में हार्मोन बनाने के लिए होता है जो हमारे मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करने में अहम भूमिका निभाता है।
जब हमारी थायराइड ग्रंथि शरीर में थायराइड हार्मोन कम मात्रा में बनानी रखती है तो इस दशा को हाइपोथाइरॉएडिज्म के नाम से जाना जाता है। इस स्थिति में हमारे मेटाबॉलिज्म में भी अस्थिरता आ जाती है।
दिव्या पतंजलि थायरोग्रिट टैबलेट थायराइड हार्मोन के कम उत्पादन की समस्या में काफी प्रभावी रूप से कार्य करती है।
थायरोग्रिट टैबलेट को बनाने में मरीच, पीपल, पुनर्नवा, बहेड़ा, कचनारा आदि औषधियों का उपयोग किया गया है। जिस बजह से यह थायराइड लोगों से हमारा बचाव करने में अहम भूमिका निभाती है।
3. घेंघा रोग में दिव्य पतंजलि थायरोग्रिट टैबलेट के लाभ
भारत देश में ऐसे बहुत से व्यक्ति है जो घेंघा नामक रोग से पीड़ित है इस रोग का मुख्य कारण शरीर में आयोडीन की कमी को माना जाता है। भारत ही नहीं अपितु पूरी दुनिया भर में बड़ी तादाद में लोग इस बीमारी से पीड़ित है।
घेंघा उस स्थिति को कहते हैं जब हमारे थायराइड ग्रंथि के आकार में वृद्धि हो जाती है। यह रोग भी लोगों के लिए बहुत दुखदाई होता है तथा दूर से ही गले में ग्रंथि सूजी हुई दिखाई देती है।
यदि किसी को घेंघा रोग है तो उन्हें ज्यादा से ज्यादा आयोडीन ग्रहण करने की सलाह दी जाती है। आप चाहे तो दिव्य पतंजलि थायरोग्रिट के फायदे भी इस रोग में उठा सकते हैं।
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पतंजलि थायरोग्रिट के नुकसान (Thyrogrit Patanjali Side Effects in Hindi)
दिव्य थायरोग्रिट टैबलेट को बनाने में कचनार, सिंघाड़ा, बहेड़ा, पुनर्नवा, पीपल, मरीच, शुद्ध गुग्गल, त्रिकटु आदि आयुर्वेदिक औषधियों का उपयोग किया गया है। हम जानते हैं कि आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों के नुकसान तब ही होते हैं जब हम इनका गलत ढंग से या अधिक मात्रा में उपयोग करते हैं।
हमारे द्वारा इकट्ठा की गई जानकारी में हमें दिव्य थायरोग्रिट टैबलेट के साइड इफेक्ट्स या नुकसान के बारे में कोई भी जानकारी नहीं मिली है। आप थायरोग्रिट के नुकसान के बारे में पता करने के लिए चिकित्सक से संपर्क कर सकते हैं।
पतंजलि थायरोग्रिट के उपयोग (Patanjali Thyrogrit Uses in Hindi)
दिव्य थायरोग्रिट टैबलेट एक बहुत ही उपयोगी आयुर्वेदिक दवाई है जिसका उपयोग थायराइड की समस्या से जूझ रहे सैकड़ों लोगों द्वारा किया जा रहा है। थायरोग्रिट टैबलेट आपके लिए निम्न तरह से उपयोगी सिद्ध हो सकती है।
- थाइरोइड रोगों में थायरोग्रिटटेबलेट का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- यदि शरीर में थायराइड हार्मोन का उत्पादन अधिक हो रहा है तो भी पतंजलि थायरोग्रिट का उपयोग किया जा सकता है।
- अगर बॉडी में थायराइड हार्मोन कम मात्रा में बन रहा है तो भी दिव्य थायरोग्रिट का उपयोग कर सकते हैं।
- थाइरोइड ग्लैंड से संबंधित विकारों में थायरोग्रिट का उपयोग किया जा सकता है।
पतंजलि थायरोग्रिट की सेवन विधि (Divya Thyrogrit Tablet Dosage)
दिव्या थायरोग्रिट टैबलेट कि सेवन विधि की बात करें तो इसे आपको दिन में दो बार खाना चाहिए। दो टेबलेट सुबह के भोजन के आधे घंटे बाद तथा दो टेबलेट शाम के भोजन के आधे घंटे बाद हल्के गर्म पानी से ले सकते हैं।
कितने टैबलेट खानी हैं? | दिन में 2 से 4 टैबलेट व्यस्क व्यक्ति को |
कैसे खानी है? | हल्के गर्म पानी से एक बारे में 2 गोली |
कब खानी है? | सुबह भोजन के बाद तथा रात को भोजन के आधे घंटे बाद |
दिव्य थायरोग्रिट कहां से खरीदें (Buy Divya Thyrogrit Tablet)
दिव्य थायरोग्रिट टैबलेट आप किसी भी नजदीकी पतंजलि स्टोर से खरीद सकते हैं। आप चाहे तो पतंजलि थायरोग्रिटटेबलेट को ऐमजॉन या पतंजलि ऑनलाइन स्टोर से भी आर्डर करके घर पर मंगा सकते हैं।
पतंजलि थायरोग्रिट की कीमत (Patanjali Thyrogrit Tablet Price)
अगर दिव्य थायरोग्रिट टैबलेट के प्राइस की बात करें तो इसका 35 ग्राम का पैकेट लगभग ₹300 का आता है जिसमें 60 टैबलेट होती है।
₹300 = 60 टैबलेट
FAQ (प्रश्न-उत्तर)
उत्तर – सुबह व शाम भोजन के बाद हल्के गर्म पानी से दो टेबलेट लेने की सलाह दी जाती है। इसके बारे में अधिक हमने ऊपर पोस्ट में बताया है।
उत्तर – दिव्य थायरोग्रिट टैबलेट थायराइड रोगों में प्रभावी होती है। ज्यादा जानने के लिए ऊपर पोस्ट पढ़े।
उत्तर – थायराइड रोग से जूझ रहे व्यक्तियों को चाय ना पीने की सलाह दी जाती है।
समीक्षा व सारांश
इस लेख में हमने थायराइड रोगों की दवाई दिव्य पतंजलि थायरोग्रिट के फायदे (Divya Patanjali Thyrogrit in Hindi) के बारे में जाना। हमने पतंजलि थायरोग्रिट के साइड इफेक्ट्स या नुकसान, थायरोग्रिट के उपयोग (Patanjali Thyrorgrit Uses in Hindi), कीमत एवं सेवन विधि की भी जानकारी ली।
मैं आशा करती हूं कि आपको पतंजलि दिव्य थायरोग्रिट टैबलेट (Patanjali Thyroid Medicine in Hindi) के बारे में यह पोस्ट बहुत पसंद आई होगी। यदि आप हमसे इस विषय में कोई प्रश्न पूछना चाहते हैं तो कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं। हमें आपके प्रश्न का उत्तर देने में खुशी महसूस होगी।
Disclaimer: उपरोक्त जानकरी केवल पाठको के ज्ञान वर्धन के लिए हैं इस चिकित्सीय विकल्प के रूप में ना ले. किसी भी दवा/तरीके/इलाज को अम्ल में लाने से पहले चिकित्सक का परामर्श अनिवार्य हैं.
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क्या इससे थाँयरायड पूरी तरह ठीक हो जाता है
यदि सही से इस दवाई का सेवन किया जाए तथा साथ में परहेज एवं योग किया जाए तो थाइरोइड पूरी तरह से ठीक हो सकती है.
थायराइड से वजन बढ़ रहा है तो कितनी टैबलेट लेनी चाहिए
एलोप्रलेथी की 75 mg की गोली ले रहे है
अंकित जी पोस्ट में पूरी सेवन विधि बताई हैं कि आपको इसका सेवन कैसे करना है.
🙏Kya thyrogrit heart,mind,sugar ki medicines ke saath le sakte hain? Thyroid ki jo medicine kha re hai wo khate rahen ya band Kar de
Le sakte hai lekin accha yahi rahega ki aap apne doctor se phle puch le. Qki allopathic medicine ke sath davai dena theek nahi rehta.