पतंजलि कुटजघन वटी के 7 फायदे व नुकसान | Patanjali Kutajghan Vati in Hindi

पतंजलि दिव्य कुटजघन वटी टैबलेट के फायदे (Divya Kutajghan Vati Tablet Benefits) कुटजघन वटी के नुकसान, उपयोग (Uses, Side Effects of Patanjali Kutajghan Vati in Hindi)

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दिव्य कुटजघन वटी टैबलेट – Patanjali Divya Kutajghan Vati Uses

पेट से जुड़ी समस्याएँ आज कल बहुत अधिक बढ़ती जा रही है खासकर बड़ी आंत तथा छोटी आंत से जुड़ी बीमारी! पुराने समय से कुटज पौधे को पेट की समस्याओं के लिए उपयोग में लाया जा रहा है।

आज हम जिस आयुर्वेदिक दवाई या वटी की बात करने वाले हैं उसे कुटज पौधे की छाल के जलीय अर्क का उपयोग करके बनाया गया है। हम बात कर रहे हैं पतंजलि दिव्य कुटज घनवटी की।

यह पेट से संबंधित रोगों के लिए एक रामबाण औषधि है। आइए जानते हैं पतंजलि दिव्य कुटजघन वटी के फायदे और नुकसान के बारे में –

पतंजलि कुटजघन वटी क्या है (Patanjali Kutajghan Vati in Hindi)

कुटजघन वटी एक आयुर्वेदिक दवाई है जिसे पतंजलि कंपनी की दिव्य फार्मेसी द्वारा बनाया गया है इस दवाई का निर्माण कुटज पौधे की छाल से बनाया गया है।

कुटज पौधे का उपयोग बहुत समय से बड़ी आंत वह छोटी आंत जैसी कई पेट की बीमारियों से छुटकारा पाने के लिए किया जा रहा है! कुटज घनवटी से भी बहुत लोगों को फायदा पहुंच रहा है आगे हम इसके लाभों के बारे में ही बात करने वाले हैं।

पतंजलि कुटज घनवटी के घटक (Patanjali Kutajghan Ingredients)

दिव्या कुटजघन वटी को बनाने में निम्नलिखित घटकों का उपयोग किया गया है। जो है –

  • कुटज (Holarrhena antidysenterica Linn.Wall.)
  • जल (क्वाथार्थ
  • अतीस चूर्ण (अतिविषा) (Aconitum heterephylum Wall.)

पतंजलि कुटजघन वटी के फायदे (Patanjali Kutajghan Vati Benefits in Hindi)

पतंजलि कुटज घनवटी एक बहुत ही बेहतरीन आयुर्वेदिक दवा होती है, इसीलिए इसका लाभ सैकड़ों लोगों द्वारा उठाया जा रहा है। जानते हैं पतंजलि कुटजघन वटी के लाभ के बारे में –

1. डायरिया में पतंजलि कुटजघन वटी के फायदे

दिव्य कुटज घनवटी टैबलेट का डायरिया की समस्या में भी फायदा उठाया जा सकता है! यह डायरिया के लिए एक रामबाण औषधि की तरह कार्य करती है।

डायरिया को आम भाषा में दस्त भी बोला जाता है दस्त की समस्या में व्यक्ति को बार-बार शौच के लिए जाना जाता है। कई बार शौच जाने के कारण व्यक्ति को बहुत परेशानी होती है तथा शरीर में भी कमजोरी महसूस हो सकती है।

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कुटजघन वटी टेबलेट कुटज पौधे से तथा अतीश चूर्ण के उपयोग से बनाई गई हैं यह दोनों घटक मिलकर दस्त की समस्या में बहुत लाभकारी होते हैं।

आप भी डायरिया या दस्त की समस्या से छुटकारा पाने के लिए दिव्य पतंजलि कुटजघन वटी टैबलेट का उपयोग कर सकते हैं।

2. पेट के अल्सर में दिव्य कुटजघन वटी के फायदे

पेट में अल्सर हो जाने की समस्या आजकल बहुत से लोगों को होने लगी है पेट में अल्सर हो जाने का मतलब होता है कि बड़ी आंख में घाव हो जाते हैं। इन घाव के कारण कुछ भी खाना-पीना मुश्किल हो जाता है।

जब भी व्यक्ति कुछ भी खाता है तो इन घाव पर जाकर वह खाना घर्षण करता है जिस वजह से पेट में दर्द होना आदि समस्याएं हो सकती हैं।

पेट के अल्सर को ठीक करने में कुटजघन वटी एक बेहतरीन औषधि है इसका उपयोग प्राचीन समय से ही पेट से जुड़ी समस्याओं के लिए किया जा रहा है।

बड़ी आंतो के अल्सर में आराम पाने के लिए आप निसंदेह दिव्य कुटजघन वटी टैबलेट के लाभ उठा सकते हैं।

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3. आईबीएस ठीक करने में कुटजघन वटी टैबलेट के फायदे

आईबीएस की समस्या जिस भी व्यक्ति को हो जाती है बस वही व्यक्ति बता सकता है कि इसमें कितनी परेशानी होती है। आईबीएस का पूरा नाम इरिटेबल बाउल सिंड्रोम होता है जिसे आम भाषा में संग्रहणी के नाम से भी जानते हैं।

आईबीएस (IBS) रोग में व्यक्ति की आंतों में सूजन या घाव हो जाते हैं जिस कारण उसे खाना ठीक प्रकार से बच नहीं पाता इस वजह से रोगी को बार-बार शौच के लिए जाना पड़ता है।

कभी-कभी तो आईबीएस से जूझ रहे व्यक्ति को दिन भर में 20 से 30 बार भी शौच के लिए जाना पड़ सकता है। अब आप समझ सकते हैं कि है कितनी बड़ी समस्या है एवं इसका इलाज भी बहुत मुश्किल होता है।

लेकिन आयुर्वेद में आईबीएस का इलाज है तथा उसमें से एक है पतंजलि कुटजघन वटी का सेवन करना। कुटज घनवटी के नियमित सेवन से इस रोग में काफी आराम मिलता है।

यदि आप आईबीएस या कोलाइटिस या संग्रहणी की समस्या से जूझ रहे हैं तो आप नीचे लिखी पोस्ट को पढ़ सकते हैं। इसमें कोलाइटिस के परमानेंट इलाज के बारे में बताया गया है।

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4. पाचन संबंधित विकारों में दिव्य पतंजलि कुटजघन वटी के लाभ

पाचन से संबंधित विकार होने का मतलब है कई रोगों को दावत देना। यदि हमारा पाचन सही रूप से नहीं होता तो हमारे शरीर को खान-पान सही से लग नहीं पाता जिस कारण शरीर कमजोर हो जाता है। हम सभी जानते हैं कि कमजोर शरीर पर रोगों का आक्रमण बहुत ही आसानी से हो सकता है।

यदि आप भी पाचन से जुड़े किसी भी रोग से जूझ रहे हैं तो पतंजलि कुटज घनवटी आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकती है।

दरअसल कुटजघन वटी टैबलेट में वह प्रॉपर्टीज पाई जाती है जो पाचन को ठीक करके भोजन को पचाने में मददगार होती है। इसका उपयोग कुछ दिन तक करने से अपच जैसी समस्या में राहत मिलती है।

5. पेट के संक्रमण में पतंजलि कुटजघन वटी टैबलेट के बेनिफिट्स

पेट के संक्रमण कई प्रकार के हो सकते हैं अधिकतर पेट का संक्रमण आमतौर पर किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने दूषित भोजन का सेवन या फिर पानी पीने के कारण हो सकता है।

इस संक्रमण के कारण दस्त होना, ऐठन लगना, मतली, उल्टी या बुखार आने की समस्या हो सकती है।

अगर आपको भी पेट के संक्रमण की समस्या हो रही है या फिर उल्टी दस्त या पेट में ऐठन की समस्या दिखाई दे रही है तो दिव्य कुटजघन वटी टेबलेट का सेवन आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।

पेट से जुड़े संक्रमण में यह आयुर्वेदिक दवाई एक रामबाण औषधि की तरह कार्य करती है तथा जल्द ही संक्रमण को दूर करके मनुष्य का स्वास्थ्य बेहतर बनाने का कार्य करती है।

6. पेचिश में दिव्य कुटजघन वटी के फायदे

कुछ लोग भी चीज तथा डायरिया की समस्या को एक ही समझते हैं लेकिन पेचिश डायरिया क्या है एक विकराल रूप होता है।

जहां डायरिया में एक इंसान को बार बार सोच के लिए जाना पड़ता है वहीं पेचिश की समस्या में व्यक्ति को शौच में खून तथा बलगम आने की समस्या होती है।

होते यह भी एक तरह का डायरा ही है लेकिन इसमें खून या बलगम आता है यदि आपको यह समस्या हो रही है तो पतंजलि कुटजघन वटी टेबलेट आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकती है।

कुटजघन वटी टेबलेट में वे गुण पाए जाते हैं जो दस्त को तो रोकते ही है इसके साथ पेचिश की समस्या में आने वाले खून आदि को भी रोकने का कार्य करते हैं।

7. अपच में पतंजलि कुटजघन वटी टैबलेट के फायदे

अपच जिसका सीधा सा मतलब होता है ना पचना अपच को अंग्रेजी में इनडाइजेशन के नाम से जाना जाता है इस समस्या में व्यक्ति जो भोजन खाता है वह ठीक प्रकार से नहीं पच पाता।

जब व्यक्ति का गाया हुआ भोजन सही प्रकार से नहीं पचता तो व्यक्ति को कब्ज या फिर गैस की समस्या हो सकती है! इसलिए जरूरी है कि खाना ठीक प्रकार से बचे जिस कारण पेट से जुड़ी अन्य समस्याएं ना हो।

यदि आपको इनडाइजेशन या अपच की समस्या है तो इसमें दिव्य पतंजलि कुटजघन वटी टेबलेट आपके लिए लाभकारी सिद्ध हो सकती है! इसमें कई ऐसे गुण पाए जाते हैं जो भोजन को जल्दी पचाने का कार्य करते हैं।

अपच से बचने के लिए आप नियमित तौर पर पतंजलि कुटजघन वटी टेबलेट का उपयोग कर सकते हैं, कुछ ही दिनों में आपको आराम दिखना शुरू हो जाएगा।

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पतंजलि कुटजघन वटी के नुकसान (Patanjali Kutajghan Vati Tablet Side Effects)

जैसा कि आप जानते हैं दिव्य कुटजघन वटी को आयुर्वेदिक औषधियों के मिश्रण से तैयार किया गया है। इन औषधियों के नुकसान तब ही होते हैं जब इनका गलत ढंग से या फिर अधिक मात्रा में सेवन किया जाए।

हमारे द्वारा की गई रिसर्च में हमें कुटजघन वटी के साइड इफेक्ट्स या नुकसान के बारे में कोई भी जानकारी प्राप्त नहीं हुई है। इसके बारे में अधिक जानने के लिए आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।

फिर भी आप कुछ बातों का ध्यान अवश्य रख सकते हैं जैसे –

  • गर्भवती महिलाएं कुटजघन वटी लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य ले।
  • स्तनपान कराने वाली स्त्रियां कुटजघन वटी टैबलेट के सेवन से पहले डॉक्टर से सलाह ले।
  • मानसिक विकारों से ग्रस्त व्यक्ति को दिव्य कुटजघन वटी टैबलेट का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह अवश्य लेनी चाहिए।
  • यदि फेफड़ों से जुड़ी कोई बड़ी समस्या है तो कुटज घनवटी का उपयोग करने से बचें।

पतंजलि कुटजघन वटी टैबलेट के उपयोग (Patanjali Kutajghan Vati Uses in Hindi)

दिव्य कुटजघन वटी टेबलेट एक बहुत ही कारगर आयुर्वेदिक औषधि सिद्ध हुई है इसी कारण इसे हजारों लोगों द्वारा पसंद किया जा रहा है। चलिए जानते हैं पतंजलि कुटजघन वटी के उपयोग के बारे में –

  • बड़ी आंत के संक्रमण में कुटज घनवटी का उपयोग किया जा सकता है।
  • डिहाइड्रेशन की समस्या में पतंजलि कुटजघन वटी टेबलेट का सेवन कर सकते हैं।
  • पसीना आने की दिक्कत में दिव्य कुटजघन वटी का इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • आंत में सूजन की समस्या से राहत पाने के लिए कुटज घनवटी का उपयोग कर सकते हैं।
  • बदहजमी से छुटकारा पाने में पतंजलि कुटजघन वटी टैबलेट उपयोग की जा सकती है।
  • बड़ी आंत के रोग जैसे संग्रहणी में कुटजघन वटी का इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • दिव्य कुटजघन वटी टैबलेट दस्त की समस्या में भी उपयोगी होता है।

पतंजलि कुटजघन वटी सेवन विधि (Divya Kutajghan Vati Dosage)

अगर दिव्य कुटज घनवटी के सेवन की बात करें तो इसका उपयोग डॉक्टर के परामर्श अनुसार या फिर इसके पैकेट पर लिखे निर्देश के अनुसार करना चाहिए।

कुटजघन वटी के पैकेट पर लिखें निर्देश के अनुसार आप इसकी 2 से 4 टैबलेट पूरे दिन में खा सकते हैं।

अगर मैं अपनी राय बताऊं तो आप दो टेबलेट सुबह के भोजन के आधे घंटे बाद हल्के गर्म पानी से तथा दो टेबलेट शाम के भोजन के आधे घंटे बाद हल्के गर्म पानी से ले सकते हैं।

👉 यह भी पढ़े > लीवर की हर समस्या से छुटकारा करती हैं लिवोग्रिट

दिव्य कुटजघन वटी कहां से खरीदें (How to Buy Divya Kutajghan Vati)

दिव्य कुटजघन वटी टैबलेट अब लगभग सभी पतंजलि स्टोर्स पर उपलब्ध है आप कहीं से भी इसे खरीद सकते हैं! यदि आप ऑनलाइन खरीदना चाहते हैं तो पतंजलि के ऑनलाइन स्टोर या फिर अमेज़न या फ्लिपकार्ट से ऑर्डर करके भी मंगा सकते हैं।

दिव्य कुटजघन वटी टैबलेट की कीमत (Patanjali Kutajghan Vati Tablet Price)

अगर पतंजलि दिव्य कुटजघन वटी टेबलेट के प्राइस या कीमत की बात करें तो इसका 20 ग्राम का पैकेट लगभग ₹120 का आता है जिसमें 80 टैबलेट होती है।

FAQ (प्रश्न-उत्तर)

प्रश्न – क्या संग्रहणी की समस्या में कुटजघन वटी लाभदायक है?

उत्तर – जी हां, संग्रहणी रोग में कुटजघन वटी बहुत फायदेमंद होती है इस बारे में अधिक जानने के लिए ऊपर पोस्ट पढ़े।

प्रश्न – क्या कुटजघन वटी दस्त में उपयोग कर सकते हैं?

उत्तर – कुटजघन वटी दस्त की समस्या से छुटकारा पाने में उपयोगी होती है।

प्रश्न – क्या गर्भवती महिलाएं दिव्य कुटजघन वटी का सेवन कर सकती है?

उत्तर – इस बारे में हमें कोई जानकारी नहीं मिली है। इसलिए गर्भवती महिलाएं कुटजघन वटी के सेवन से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।

सारांश और समीक्षा

आज इस पोस्ट में हमने दिव्य पतंजलि कुटजघन वटी फायदे (Divya Patanjali Kutajghan Vati in Hindi) के बारे में विस्तार से जाना हमने पतंजलि कुटजघन वटी टैबलेट के नुकसान, कुटजघन वटी टैबलेट के उपयोग (Patanjali Kutajghan Vati Uses in Hindi), सेवन विधिकीमत भी जानकारी ली।

मैं आशा करती हूं कि आपको दिव्य पतंजलि कुटजघन वटी टैबलेट के बारे में यह पोस्ट अवश्य पसंद आई होगी! यदि आपका इस लेख के बारे में कोई भी प्रश्न हो तो आप हमसे कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।

Disclaimer – इस पोस्ट में बताये तरीके, विधि व दावों की हेल्थीह्यूमन डॉट कॉम पुष्ठी नहीं करता। इन्हें केवल परामर्श की तरह ले। इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट अम्ल में लाने से पहले चिकित्सक का परामर्श जरुर लेनी चाहिए।

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