अणु तेल के 10 फायदे और नुकसान | Patanjali Anu Tel in Hindi

पतंजलि अणु तेल के फायदे (Benefits of Patanjali Anu Tel in Hindi) अणु तेल के फायदे और नुकसान, उपयोग (Anu Tel Taila Side Effects, Uses in Hindi)

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दिव्य अणु तेल के फायदे – Patanjali Anu Tel Benefits and Side Effects

तेल के भिन्न-भिन्न रूप होते हैं कुछ तेल खाने के काम आते हैं तो कुछ तेल लगाने के काम आते हैं इनके रूप के अनुसार इनकी योग्यता भी अलग होती है आज हम इस तेल की बात करने जा रहे हैं वह कई बीमारियों से छुटकारा दिलाकर शरीर को फायदा पहुंचाता है।

इस तेल का इस्तेमाल खाने के लिए नहीं बल्कि नाक में डालने के लिये किया जाता हैं। आज हम जानने वाले हैं अणु तेल के फायदे और नुकसान तथा उपयोग के बारे में –

अणु तेल क्या है (Patanjali Anu Tel in Hindi)

अणु तेल एक आयुर्वेदिक तेल है जिसे कई बीमारियों के छुटकारे के लिए बनाया गया है यह कई औषधियों से मिलकर बना है जिस कारण इसकी गुणवत्ता बहुत अधिक बढ़ गई हैं।

अणु तेल सिर, गर्दन, आंख, नाक, तथा गले आदि से संबंधित कई रोगों को ठीक करने में मददगार साबित होता है। यह हमारे ब्रेन के लिए भी बहुत फायदेमंद है अगर हम अणु तेल का सही से उपयोग करते हैं तो हमें निश्चित ही कई लाभ प्राप्त होंगे।

अणु तेल में मोजूद तत्व (Anu Tel Ingredients)

दिव्य अणु तेल कई तत्वों से मिलकर बना है जिनमे से कुछ निम्नलिखित है –

  • जीवंती
  • जला
  • देवदारू
  • नागरमोथा
  • डालचीनी
  • सेव्या (यूसेरा)
  • अनंतमूल (सरीवा)
  • श्वेत चंदन
  • दारुहल्दी
  • मुलेठी
  • प्लावा
  • अगरु
  • सतावरी
  • पुंडरहवा
  • बेल
  • उटपाला
  • ब्राहटी
  • कांतकारी
  • सुरभि (रसना)
  • सलपर्णी
  • प्रश्नप्राणि
  • विदंग
  • तेजपत्र
  • रूटी (शुचामेला)
  • रेणुका
  • कमला किंजला
  • अजदुग्धा
  • तिल का तेल

पतंजलि दिव्य अणु तेल के फायदे (Patanjali Anu Tel Benefits in Hindi)

अणु तेल को कई प्राकृतिक औषधियों के समन्वय से बनाया गया है इसलिए यह बहुत अधिक फायदेमंद है। अणु तेल नाक में डालने के फायदे है बहुत जिस कारण यह हमारी सामान्य समस्या सर्दी जुकाम को बहुत जल्दी ठीक कर देता है आइए जानते हैं। अणु तेल के फायदे के बारे में –

1. गले की समस्या में पतंजलि अणु तेल के फायदे

गले में आई खराश के लिए अणु तेल बहुत फायदेमंद है। यदि किसी के गले में किसी प्रकार की सूजन आ गई है या टॉन्सिल बन गए हैं तथा आवाज भारी हो गई है, तो भी अनु तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है।

गले की कैसी भी समस्या के लिए आप अणु तेल की 2-2 बूंदे सुबह तथा रात को सोते समय अपनी नाक में डालें इससे आराम मिलेगा।

2. आंखों की रोशनी बढ़ाने में दिव्य अणु तेल के फायदे

अणु तेल ना सिर्फ गले की समस्या के लिए बल्कि आंखों के लिए भी बहुत अच्छा आयुर्वेदिक तेल है। यह आंखों की रोशनी बढ़ाने में बहुत मददगार साबित होता है।

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अणु तेल का नियमित उपयोग दृष्टि की क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ मोतियाबिंद, कैटरेक्ट, मायोपिया आदि आंखों के रोगों को दूर करने में भी सहायक है।

3. सिर के ब्लड सरकुलेशन बढ़ाने में अणु तेल के फायदे

अणु तेल में ऐसी प्रॉपर्टी पाई जाती है जो हमारे दिमाग को फायदा पहुंचाती है। जब हम अणु तेल का इस्तेमाल निरंतर करते हैं तो यह हमारे सिर के खून का प्रभाव बढ़ाती है।

यदि सिर में ब्लड का सरकुलेशन सही बना रहता है तो अणु तैल हमारे याद करने की क्षमता में भी बढ़ोतरी करता है।

4. मस्तिष्क के रोगों में पतंजलि अणु तेल के फायदे

मस्तिष्क के रोगो को खतरनाक बीमारियों की श्रेणी में रखा जाता है अणु तेल का उपयोग मस्तिष्क के बीमारियां जैसे तनाव, टेंशन, जल्दी भूल जाना, माइग्रेन तथा पार्किंसन डिजीज जैसे कई मानसिक रोगों में बहुत लाभदायक है।

यदि किसी व्यक्ति को हमेशा सिर दर्द की समस्या रहती है तो उन्हें भी अणु तेल अवश्य इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है।

5. वात पित्त और कफ को संतुलित रखने में अणु तेल के फायदे

यदि आप आयुर्वेद को थोड़ा भी जानते हैं तो उसमें साफ़ बताया गया है कि हमें कोई भी बीमारी हमारे बात पित्त और कफ के असंतुलन के कारण होती है। यदि व्यक्ति का वात पित्त और कफ संतुलित है तो कोई भी बीमारी पास नहीं आ सकती।

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अणु तेल का उपयोग हमारे शरीर के पित्त वात तथा कफ को संतुलित करके हमें कई परेशानियों से बचाता है।

6. बालों के विकास में पतंजलि दिव्य अणु तेल के फायदे

जैसे कि हमने ऊपर बताया है कि अणु तेल हमारे मस्तिष्क में बह रहे खून के सरकुलेशन या प्रवाह को बढ़ाने में मददगार साबित होता हैं।

हमारे मस्तिष्क में खून का सरकुलेशन हमारे बालों की मजबूती के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इससे हमारे बालों को मजबूती मिलती है तथा इनका विकास होता है। पतंजलि अणु तेल का उपयोग हमारे बालों के विकास के लिए भी काफी फायदेमंद साबित होता है।

7. साइनसाइटिस ठीक करने में अणु तेल के फायदे

साइनसाइटिस नाक की एक बीमारी होती है जिसे साइनस में सूजन आना भी कहा जाता है। यह बीमारी एक प्रकार के संक्रमण के कारण होती है। इससे सिर दर्द, नाक बंद होना था चेहरे में दर्द आदि की समस्या होती है।

अणु तेल का उपयोग ना केवल साइनसाइटिस में हो रहे सिरदर्द तथा नाक बंद होने की समस्या को बेहतर करता है बल्कि साइनस में हो रही सूजन को भी समाप्त करता है।

8. नाक के रोगों में दिव्य अणु तेल के फायदे

हमारी नाक में धूल तथा संक्रमण के कारण कई रोग हो जाते हैं जो कभी कभी तो छोटे-मोटे सर्दी जुकाम का ही रूप लेते हैं लेकिन कभी-कभी स्थिति गंभीर हो जाती है।

नाक के रोगों जैसे नेजल म्यूकोसा तथा म्यूकस मेंब्रेन या फिर साइनसाइटिस आदि रोगों में अणु तेल का उपयोग बेहतर माना जाता है। अनु तैल नाक के रोगों को खत्म करने के साथ-साथ सूंघने की क्षमता में भी बढ़ोतरी करता है.

9. टॉन्सिल की समस्या में पतंजलि अणु तेल के फायदे

टॉन्सिल एक प्रकार की गले की बीमारी होती है जिसमें गले के पीछे स्थित नरम उत्तर को में सूजन आ जाती है तथा उनका आकार बढ़ जाता है। इस रोग में व्यक्तियों को बोलने तथा खाने-पीने में भी समस्या होती है।

अणु तेल का उपयोग टोंसिल की समस्या मतलब टॉन्सिलाइटिस को खत्म करने में बहुत बेहतरीन माना जाता है। आप टॉन्सिल की समस्या मे अणु तैल के लाभ जरूर उठा सकते हैं।

10. मांसपेशियों हड्डियों की मजबूती के लिए अणु तेल के फायदे

अणु तेल ना केवल गले नाक तथा मस्तिष्क की समस्याओं में फायदेमंद है बल्कि यह कंधे तथा चेहरे के आसपास की मांसपेशियों हड्डियों को भी मजबूत बनाता है।

पतंजलि अणु तेल का सही उपयोग कंधे के अकड़ जाने की समस्या तथा चेहरे पर फालिस पर जाने की समस्या में भी मददगार होता है। ऐसी किसी भी समस्या से जूझ रहे व्यक्ति को पतंजलि अणु तेल का उपयोग अवश्य करना चाहिए।

पतंजलि अणु तेल के नुकसान (Patanjali Anu Tel Side Effects in Hindi)

वैसे तो आयुर्वेदिक औषधियों के नुकसान कम ही होते हैं, लेकिन कुछ हद तक अणु तेल के साइड इफेक्ट्स सामने आ सकते हैं। जो निम्नलिखित है –

  • यदि आप पहली बार अणु तेल का उपयोग कर रहे हैं तो आपको अजीब सा महसूस हो सकता है।
  • इसके उपयोग से नाक और गली में हल्की जलन भी महसूस हो सकती है।
  • कभी-कभी अनु तेल के इस्तेमाल से नाक बंद होने जैसा महसूस हो सकती है।
  • यदि आप नाक की कोई क्रिया जैसे जलनीति आदि कर रहे हैं तो अणु तेल का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए क्योंकि इससे सर्दी जुकाम की समस्या हो सकती है।
  • अणु तेल के इस्तेमाल से शुरू में जी मचलना तथा कभी-कभार उल्टी की समस्या हो सकती है।
  • पतंजलि अणु तेल का इस्तेमाल खाली पेट करना बेहतर माना जाता है क्योंकि भरे पेट में जी मचलने तथा उल्टी आने की समस्या नहीं होती है।

पतंजलि अणु तेल के उपयोग (Patanjali Anu Tel Uses in Hindi)

अणु तेल कई आयुर्वेदक औषधियों से मिलकर बना है इस कारण यह कई गुणों से विद्यमान है। जिस कारण अणु तेल का उपयोग कई तरह से किया जाता है। आइए जानते हैं पतंजलि दिव्य अणु तेल के उपयोग के बारे में –

  • अणु तेल का उपयोग चेहरे की मालिश करने में भी किया जाता है यह पैरालाइसिस रोगियों के लिए फायदेमंद होता है।
  • अणु तेल का उपयोग बालों के विकास के लिए सिर पर मालिश करने के लिए भी किया जाता है।
  • अनु तेल से कान, गला तथा नाक के दर्द को दूर करने के लिए नास्य ट्रीटमेंट भी किया जाता है।
  • अणु तेल का इस्तेमाल वात पित्त और कफ को संतुलित करने में भी किया जाता है।
  • अणु तेल सिर दर्द माइग्रेन आदि मस्तिष्क की समस्याओं के लिए भी बहुत उपयोगी है।
  • नाक में हो रहे संक्रमण को दूर करने के लिए भी अनु तेल का उपयोग किया जाता है।

अणु तेल इस्तेमाल करने का तरीका (How to Use Divya Anu Tail in Hindi)

बहुत से लोग जानना चाहते है कि अणु तेल का उपयोग कैसे करे, क्योंकि यह बहुत जरूरी हैं। अणु तेल की पूरे दिन में दो से चार बूंदे दो बार नाक में डालनी चाहिए।

अणु तेल की दो बूंदे आप सुबह खाली पेट नाक में डाल सकते हैं तथा दो बूंदे सोते समय नाक में डाल सकते हैं इससे यह अधिक प्रभावी ढंग से काम करेगा।

अणु तेल बनाने की विधि (Method to Make Anu Taila in Hindi)

कुछ लोग आयुर्वेदिक औषधियों को घर पर बनाकर इस्तेमाल करना पसंद करते हैं तथा यह करना ज्यादा मुश्किल भी नहीं होता।

अणु तेल को घर पर बनाने के लिए आपको जावित्री, काली मिर्च, छोटी इलायची, त्रिकूटा, कटेली तथा तिल के तेल की जरूरत होगी।

  • सबसे पहले तिल के तेल को एक छोटी कढ़ाई में डाल कर अच्छे से गर्म कर ले।
  • इसके बाद इसमें काली मिर्च, छोटी इलायची, त्रिकुटा, कटली तथा जावित्री डाल दे।
  • करीब 10 से 15 मिनट तक तिल के तेल में इन सभी सामग्रियों को अच्छे से उबलने दें।
  • जब यह उबल जाए तो इसे ठंडा होने दे।
  • फिर एक चलने की सहायता से छान कर किसी कांच आदि की बोतल में भरकर रख लें।

यह आपका बिल्कुल उसी तरह का अणु तेल तैयार हो जाएगा जैसा आपको बाजार में मिलता है।

अणु तेल की कीमत (Patanjali Anu Tel Price)

अणु तैल कई कंपनी के आते है जिसके कारण इनकी कीमत अलग-अलग होती हैं।

पतंजलि अणु तेल की कीमत 30 रूपये होती हैं। दिव्य अणु तैल की 20 ml प्राइस 30 रूपये का होता हैं।

वैद्यनाथ अणु तेल की कीमत 52 रूपये होती हैं। इसके 10 ml की कीमत 52 रूपये हैं।

FAQ (अणु तेल के बारें में सवाल)

प्रश्न – क्या अणु तेल सर्दी-जुकाम में काम करता हैं?

उत्तर – हाँ, अणु तेल सर्दी-जुकाम में बहुत उपयोगी हैं अधिक जानकारी के लिए ऊपर पोस्ट पढ़े।

प्रश्न – अणु तेल को दिन में कितनी बार डालना चाहिए?

उत्तर – अणु तेल की 2-2 बूंदे दो बार नाक में डाली जा सकती हैं।

प्रश्न – अणु तेल के उपयोग क्या हैं?

जबाब – अणु तेल सर्दी, सिर दर्द, तथा गले की समस्याओं के लिए बहुत लाभदायक हैं।

सारांश

आज हमने पतंजलि दिव्य अणु तेल के लाभ (Benefits of Patanjali Anu Tel in Hindi) के बारे में विस्तार से जाना। हमने पतंजलि अणु तेल के फायदे और नुकसान, उपयोग, कीमत तथा बनाने की विधि के बारे में भी जानकारी प्राप्त की।

उम्मीद करते है पतंजलि अणु तेल (Patanjali Anu Tail) के बारें में यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा। इसके बारें में कोई सुझवा कमेंट में बताना न भूले।

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2 thoughts on “अणु तेल के 10 फायदे और नुकसान | Patanjali Anu Tel in Hindi”

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