पतंजलि श्वासारि वटी के 9 फायदे और नुकसान | Patanjali Swasari Vati in Hindi

पतंजलि श्वासारी वटी टैबलेट के लाभ (Patanjali Swasari Vati Benefits in Hindi) श्वासारी वटी के फायदे और नुकसान, उपयोग, सेवन विधि (Uses, Side Effects of Divya Patanjali Swasari Vati in Hindi)

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पतंजलि श्वासारि टैबलेट के उपयोग – Patanjali Swasari Vati Uses in Hindi

हाल ही के कुछ वर्षों में आयुर्वेदिक दवाइयों का उपयोग बहुत बढ़ गया है। अब लोग अंग्रेजी दवाइयों के स्थान पर आयुर्वेदिक दवाइयां खा कर अपनी बीमारियों को ठीक करना पसंद करते हैं।

आयुर्वेदिक दवाइयों को भारत में बढ़ावा देने में सबसे अहम भूमिका बाबा रामदेव जी की पतंजलि कंपनी ने निभाई है।

आज फिर से हम पतंजलि कंपनी द्वारा बनाई गई एक बेहतरीन आयुर्वेदिक दवा की बात करेंगे, जो कई लोगों को ठीक करने में बहुत उपयोगी है।

आइए जानते हैं पतंजलि दिव्य श्वासारि वटी के फायदे और नुकसान के बारे में –

पतंजलि श्वासारि वटी क्या है? (Patanjali Swasari Vati in Hindi)

उसे सारी बटे एक आयुर्वेदिक दवाई है जिसे पतंजलि की दिव्य फार्मेसी द्वारा निर्मित किया गया है। यह दवाई फेफड़ों गले से संबंधित कई रोगों को ठीक करने के काम आती है।

इस दवाई के निर्माण में मुलेठी, मरीच, लवांग, दालचीनी आदि औषधियों का प्रयोग किया गया है।

जिस कारण यह दवाई कई रोगों को ठीक करती है तथा आगे बीमारियां होने से भी शरीर को बचाती है।

पतंजलि श्वासारि वटी में मौजूद सामग्री (Patanjali Swasari Vati Ingredients)

पतंजलि दिव्य श्वासारि वटी कई औषधियों से मिलकर बना है, जिनके नाम नीचे उल्लेखित है –

  • मुलेठी
  • काकदसिंगी
  • रुदंती
  • मुक्ता शुक्ति भस्म
  • सौंथ
  • मारीच
  • छोटी पीपल
  • लवांग
  • टंकण भस्म
  • दाललचीनी
  • प्रवाल पिष्ठी
  • अकरकरा
  • अभ्रक भस्म
  • गोदंती भस्म
  • कपर्धक भस्म
  • स्फटिक भस्म

पतंजलि श्वासारि वटी के फायदे (Patanjali Swasari Vati Benefits in Hindi)

वैसे तो सभी आयुर्वेदिक दवाइयों के बहुत फायदे होते हैं लेकिन सुबह श्वासारी को बनाने में कुछ ज्यादा ही आयुर्वेदिक औषधियों का उपयोग किया गया है इस कारण इसके फायदे अधिक बढ़ जाते हैं।

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आइए डालते हैं एक नजर पतंजलि श्वासारि वटी के लाभ पर –

1. अस्थमा में श्वासारी वटी के फायदे

अस्थमा एक ऐसा रोग होता है जिसमें इससे जूझ रहे व्यक्ति को सांस लेने में बहुत कटाई होती है।

इस रोग में हमारे सांस लेने के मारने या तो सूजन आ जाती है या वह सिकुड़ जाता है। जिस कारण श्वासारी ठीक तरीके से आदान-प्रदान नहीं हो पाता।

कुछ व्यक्तियों को इस समस्या से बहुत अधिक घटनाएं हो सकती है। तथा कुछ व्यक्तियों के लिए यह ज्यादा हानिकारक नहीं होती, लेकिन आगे चलकर बहुत बड़ी शक्ति है।

यदि आप अस्थमा से जूझ रहे हैं तो श्वासारी आपके लिए वरदान साबित हो सकती है। यह श्वास के रोग में बहुत अच्छे से कार्य करती है तथा श्वास रोगों को नियंत्रित करती है।

पतंजलि दिव्य श्वासारि बटी में मुलेठी, मुक्तशुक्ति भस्म, प्रवाल पिष्टी, सौंथ, रुदंती, आदि औषधियां मिली हुई है जो अस्थमा के रोग में बहुत लाभकारी होती है।

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2. ब्रोंकाइटि ठीक करने में पतंजलि श्वासारि वटी के फायदे

ब्रोंकाइटिस एक ऐसी समस्या होती है जिसमें श्वास नली जैसे मुंह, नाक और फेफड़ों के बीच के हवा मार्गो में सूजन आ जाती है।

इस रोग में मनुष्य की डोंट केयर टिप्स जिन्हें स्वास नलिया के नाम से जाना जाता है उनकी लाइन में सूजन आ जाती है। जिस कारण फेफड़ों में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती।

ब्रोंकाइटिस की समस्या वायरस बैक्टीरिया प्रदूषण धूल में सांस लेने या धूम्रपान करने से हो सकती है। इस रोग का जल्द से जल्द इलाज करना जरूरी होता है।

दिव्य श्वासारि वटी को मुख्यतः ब्रोंकाइटिस की समस्या से निजात पाने के लिए ही बनाया गया है।

पतंजलि की इस दवाई में वह सभी गुण विद्यमान है जो श्वास नालियों की सूजन को कम करने के लिए आवश्यक होते हैं।

यदि आपको फेफड़ों में ठीक तरीके से सांस का आदान-प्रदान नहीं हो रहा है, तो श्वासारि वटी का उपयोग करें तथा चिकित्सक को अवश्य दिखाएं।

3. सर्दी जुकाम में दिव्य पतंजलि श्वासारि वटी के लाभ

संसार में हर व्यक्ति को सर्दी व जुकाम की समस्या तो होती ही है यह दुनिया की सबसे आम बीमारियों में से एक है।

सर्दी के साथ-साथ यदि जुकाम हो जाए तो हम ठीक से बात भी नहीं कर पाते तथा सांस लेने में तो कठिनाई होती ही है।

सर्दी जुकाम ठीक करने के लिए हम में से अधिकतर लोग अंग्रेजी दवाइयों का उपयोग करते हैं। लेकिन बाद में उनके साइड-इफेक्ट सामने आते हैं। अंग्रेजी दवाइयों के साइड इफेक्ट सब कुछ भी हो सकते हैं जैसे त्वचा का रूखापन कब्ज चेहरे पर मुहासे कील हो जाना आदि।

इसलिए बेहतर है कि ऐसे साइड इफेक्ट से बचने के लिए आप सर्दी जुकाम की समस्या में आयुर्वेदिक दवाइयों का ही उपयोग करें।

पतंजलि दिव्य श्वासारि वटी का उपयोग ना केवल जुकाम की समस्या खत्म करता है बल्कि है सर्दी को भी ठीक करने में उपयोगी है।

4. खांसी में पतंजलि श्वासारि वटी के फायदे

दुकान की तरह खांसी की समस्या आम नहीं होती क्योंकि किसी को भी अधिक खासना बिल्कुल पसंद नहीं है।

यदि हमें अधिक खांसी हो जाती है तो हमें खाने पीने में समस्या होती है तथा बातचीत करने में भी समस्या होती है वह ठीक से नींद भी नहीं आ पाती।

खांसी के लिए पतंजलि श्वासारि बटी एक बहुत अच्छी आयुर्वेदिक औषधि है। यह खांसी की समस्या को कुछ ही दिनों में जड़ से खत्म करके मनुष्य को लाभ प्राप्त कराती है।

श्वासारी वटी में मुलेठी जैसी औषधि होती है जो खांसी ठीक करने में बहुत उपयोगी होती है।

👉 यह भी पढ़े > लीवर के हर तरह के रोग को ठीक करने की आयुर्वेदिक औषधि

5. इम्यूनिटी बढ़ाने में पतंजलि श्वासारि वटी के फायदे

यदि आपके पास कोई ऐसा व्यक्ति या बच्चा है जो अधिक बीमार रहता है। तो समझ लीजिए कि कहीं ना कहीं उसकी इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है।

जिस व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है उसे बीमारियां आसानी से घेर लेती है तथा लंबे समय तक उसका पीछा नहीं छोड़ती।

सुबह सारी वटी का नियमित उपयोग हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर करने में काम आता है। इस दवाई में कई ऐसी सामग्री मिली हुई है जो इम्यूनिटी में बढ़ोतरी करके हमें कई खतरनाक रोगों से बचाती है।

6. बलगम की समस्या में दिव्य श्वासारि वटी के फायदे

जब हमें जुकाम होता है वह खांसी होती है तो यह दवाई लेने से ठीक हो जाती है। लेकिन इन रोगों के कारण हमारे फेफड़ों या गले में बलगम जमा रह जाता है।

बलगम को शरीर से बाहर निकालना बहुत जरूरी है नहीं तो यह सांस लेने में दिक्कत खांसी होना आदि समस्याएं उत्पन्न कर सकता है।

यदि आप बलगम की परेशानी का सामना कर रहे हैं तो पतंजलि श्वासारि व\टी खाना शुरू कर दीजिए। यह कुछ ही दिनों में आपकी बलगम की दिक्कत को जड़ से खत्म कर देगी।

7. टीवी रोग में पतंजलि श्वासारि वटी के फायदे

जैसा कि हम ऊपर पढ़ चुके हैं कि स्वसारी वटी हमारे पूरे सांस लेने के तंत्र पर अपना सकारात्मक प्रभाव दिखाती है।

और आप जानते ही हैं कि टीवी एक ऐसा ही रोग है जो सांस से संबंधित होता है यह रेस्पिरेटरी से संबंधित ही एक रोग है।

पतंजलि श्वासारि वटी का टीवी रोग को नियंत्रित करने में उपयोग किया जा सकता है।

इसमें मौजूद मुलेठी, गोदंती भस्म, अभ्रक भस्म, प्रवाल पिष्टी, मारीच, अकरकरा आदि सामग्रियां मौजूद होती है जो टीबी के रोग को नियंत्रित करने में सहायक है।

यदि आपको टीवी के कुछ भी लक्षण दिखाई देते हैं तो सबसे पहले एक चिकित्सक से संपर्क करें तथा स्व सारी वटी लेने के बारे में भी उनसे परामर्श ले।

8. फेफड़ों को मजबूत करने में पतंजलि श्वासारि टैबलेट के फायदे

हमारे अंदर सांस से संबंधित अधिक रोग तब ही जन्म लेते हैं जब हमारे फेफड़े सुचारू रूप से कार्य नहीं करते।

फेफड़ों में सांस का पूरी तरह से जाना वह वापस आना बहुत अधिक महत्वपूर्ण है।

लेकिन कुछ व्यक्तियों के फेफड़े कई कारणों से कमजोर हो जाते हैं जिस कारण उन्हें स्वास संबंधित कई परेशानियां जैसे क्षय रोग, ब्रोंकाइटिस आदि की समस्या देखने को मिलती है।

फेफड़ों की अंदरूनी मजबूती बढ़ाने के लिए सबसे उपयुक्त आयुर्वेदिक दवाई श्वासारि वटी है।

दिव्य श्वासारि वटी का नियमित उपयोग फेफड़ों को मजबूत करता है तथा हमारी सांस लेने की क्षमता में वृद्धि करता है। जिस कारण हम कई रोगों से बच जाते हैं।

9. संक्रमण ठीक करने में दिव्य श्वासारि वटी के फायदे

गलत खानपान दवाइयों के कारण या वायरस या बैक्टीरिया की वजह से कभी-कभी हमारे गले में फेफड़ों में संक्रमण हो जाते हैं।

जब हमारे इन भागों में संक्रमण होते हैं तो हमें सांस लेने में परेशानी का सामना करना पड़ता है तथा हमारा गला भी दुखने लगता है।

गले में फेफड़े के संक्रमण दूर करने के लिए पतंजलि दिव्य श्वासारि वटी एक बेहतरीन दवाई है। यह दो-तीन दिन में ही अपना असर दिखाने लगती है तथा इन संक्रमण को दूर कर देती है।

दिव्य पतंजलि श्वासारी वटी के उपयोग (Patanjali Swasari Vati Uses in Hindi)

चलिए डालते हैं एक नजर श्वासारि वटी के उपयोग पर –

  • गले की सूजन दूर करने में श्वासारि वटी उपयोगी होती है।
  • फेफड़े के संक्रमण को दूर करने में श्वासारी वटी सहायक होती है।
  • पतंजलि श्वासारि वटी फेफड़े में जमा बलगम को निकालने का काम भी करती है।
  • दिव्य श्वासारि वटी का उपयोग श्वास नली के संक्रमण से बचाव के लिए भी किया जा सकता है।
  • अक्षय रोग को नियंत्रित करने में भी पतंजलि श्वासारि वटी का उपयोग किया जा सकता है।
  • श्वासारि टैबलेट बलगम वाली खांसी को ठीक करने में भी उपयोगी होती है।

👉 यह भी पढ़े > पहली बार बनी तुलसी से आयुर्वेदिक दवा, है कई फायदे

पतंजलि श्वासारि वटी के नुकसान (Patanjali Swasari Vati Side Effects in Hindi)

जैसा कि आप जानते हैं श्वासारि वटी कई आयुर्वेदिक औषधियों जैसे मुलेठी, छोटी पीपल, गोदंती भस्म, प्रवाल पिष्टी, काकड़ासिंगी आदि से मिलकर बनी है।

इन औषधियों के नुकसान बहुत ही कम होते हैं। यदि नुकसान होते भी हैं तो वह तब होते हैं जब इन्हें गलत ढंग से या अधिक मात्रा में उपयोग किया जाता है।

अभी तक उपलब्ध जानकारी के अनुसार श्वासारि वटी के नुकसान का कोई भी डाटा उपलब्ध नहीं है।

फिर भी आप कुछ बातों का जरूर ध्यान रखें जैसे –

  • गर्भवती महिलाएं पतंजलि श्वासारि वटी का उपयोग करने से पहले डॉक्टर से सलाह ले।
  • स्तनपान कराने वाली महिलाओं को श्वासारि वटी का उपयोग करने से पहले चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।
  • छोटे बच्चों को श्वासारी टैबलेट देने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना अनिवार्य है।
  • यदि आपको इतने मौजूद किसी इनग्रेडिएंट से एलर्जी है तो इसका सेवन ना करें।
  • श्वासारी वटी का इस्तेमाल कभी भी अधिक मात्रा में ना करें।

अगर आपको स्वसारी वटी टैबलेट के सेवन के दौरान कुछ साइड इफेक्ट्स देखने को मिलते हैं। तो तुरंत किसी नजदीकी चिकित्सक से संपर्क करें।

श्वासारी वटी कैसे खाये (Patanjali Swasari Vati Tablet Dosage)

श्वासारी वटी की सेवन विधि इसके पैकेट पर ही लिखी हुई है।

  • श्वासारी वटी टैबलेट के पैकेट पर लिखे निर्देश के अनुसार आप पूरे दिन में 2 से 6 गोलियों का सेवन कर सकते हैं।
  • श्वासारी वटी की गोलियों का सेवन हल्के गर्म पानी तथा दूध के साथ किया जा सकता है।
  • यदि आप युवा है तो आप दिन में दो बार 2-2 गोली ले सकते हैं।
  • बच्चों को स्वसारी वटी की एक गोली से अधिक नहीं देनी चाहिए।

श्वासारी वटी कहां से खरीदें (How to Buy Divya Swasari Vati)

दिव्य श्वासारी वटी टैबलेट आपको आपके नजदीकी पतंजलि स्टोर पर आसानी से मिल जाएगी। अगर आप घर पर इन्हें मंगाना चाहते हैं तो ऑनलाइन ऑर्डर भी कर सकते हैं।

पतंजलि श्वासारि वटी की कीमत (Patanjali Swasari Vati Price)

दिव्य श्वासारि वटी की कीमत की बात करें तो इसकी 44 ग्राम के पैकेट की कीमत ₹120 है जिसमें 80 गोलियां आती है।

₹120 = 80 टैबलेट

FAQ (प्रश्न-उत्तर)

प्रश्न – क्या सांस के रोग में श्वासारि वटी खा सकते हैं?

उत्तर – हां, सांस से संबंधित रोगों में श्वासारि वटी का उपयोग किया जा सकता है। अधिक जानने के लिए ऊपर पोस्ट पढ़े।

प्रश्न – क्या खाँसी में श्वासारी वटी लाभदायक है?

उत्तर – श्वासारी वटी खांसी, जुकाम आदि समस्याओं में बहुत लाभकारी सिद्ध होती है।

प्रश्न – क्या गर्भवती महिलाएं श्वासारी वटी का उपयोग कर सकती है?

उत्तर – गर्भवती महिलाओं को बिना चिकित्सक के परामर्श के श्वासारि वटी का उपयोग करने से बचना चाहिए।

सारांश और समीक्षा

आज के इस लेख में हमने पतंजलि दिव्य श्वासारि वटी के लाभ (Divya Patanjali Swasari Vati Benefits in Hindi) के बारे में अच्छी तरह से जाना। हमने श्वासारि वटी के फायदे और नुकसान, श्वासारि वटी के उपयोग (Uses of Patanjali Swasari Vati in Hindi), कीमत, सेवन विधि आदि के बारे में भी चर्चा की।

हम उम्मीद करते हैं कि लेख में पतंजलि दिव्य श्वासारि वटी के बारे में दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी। किसी भी प्रश्न के लिए आप हम से कमेंट करके पूछताछ कर सकते हैं।

Disclaimer: उपरोक्त प्राप्त कराई गई जानकारी विभिन्न हेल्थ पोर्टल से इकट्ठा की गई है। हेल्थीह्यूमन श्वासारी वटी से मिलने वाले फायदों की पुष्टि नहीं करता। दवाई का उपयोग करने से पहले आयुर्वेदिक चिकित्सक का परिमाण अनिवार्य है।

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