पतंजलि दिव्य मेधा वटी के फायदे (Patanjali Divya Medha Vati Benefits) दिव्य मेधा वटी के नुकसान, उपयोग, डोज, कीमत (Side Effects, Uses of Patanjali Medha Vati in Hindi)
हमारी रफ़्तार भरी ज़िन्दगी, खान-पान तथा सोशल मीडिया ने यदि सबसे अधिक इन्सान के किसी हिस्से को प्रभावित किया हैं तो वह हैं मस्तिष्क। आजकल दिमाग से जुड़ी इतनी समस्याएँ देखी जाती हैं जितनी कभी नहीं ददेखी गई। मस्तिष्क सम्बन्धी कई रोगों अनिद्रा, माइग्रेन, अवसाद, तनाव आदि बहुत बढ़ चुकते हैं।
इन दिमागी रोगों को समय पर रोकना बहुत ज्यादा जरूरी हैं। इसीलिए आज हम मस्तिष्क सम्बन्धी रोगों में आराम पहुंचाने वाली दिव्य पतंजलि दवाई मेधा वटी के फायदे और नुकसान के बारे में जानकारी देंगे –
पतंजलि मेधा वटी क्या है? (Patanjali Medha Vati in Hindi)
मेधा वटी पतंजलि की एक ऐसी दवाई है जो माइग्रेन तथा मस्तिष्क से जुड़ी अन्य समस्या को दूर करने में काफी हद तक कारगर मानी जाती हैं। इस दवाई के द्वारा याददाश्त में होने वाली कमी को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
यह दवाई मस्तिष्क के लिए टॉनिक का काम करती है। मेधा वटी एक ऐसी हर्बल दवाई है जो याददाश्त में होने वाली कमी, सिर दर्द, नींद ना आना, चिड़चिड़ापन आदि मस्तिष्क की परेशानियों का इलाज करती है और इसका सेवन करने से मस्तिष्क शांत रहता है।
क्योंकि मस्तिष्क सम्बन्धी समस्या से जूझ रहे लोगों को बाबा रामदेव दिव्य मेधा वटी का उपयोग करने की सलाह देते हैं इसलिए हम यह भी जान लेते है कि मस्तिष्क या दिमागी रोग क्या होते हैं?
दिमाग की बीमारी क्या होती हैं? (What is Brain’s Problem)
पहले तो ज्यादातर लोग ये मानते ही नहीं थे कि मस्तिष्क से जुड़े भी कोई रोग होंते हैं। लोगों का कहना होता था यदि आप के शरीर के सभी अंग सुचारू रूप से कार्य कर रहे है तो आपको कोई बीमारी नहीं हैं।
मस्तिष्क के रोगों की पहचान न होने के कारण इतिहास में कई लोगों को बहुत बड़ा खामियाजा उठता पड़ा है। लकिन अब मेडिकल क्षेत्र ने इतनी तरक्की कर ली है कि मानसिक रोगों के बारे में पता चल जाता हैं।
कोई भी रोग जो हमारे दिमाग से सम्बन्धित है वह दिमागी बीमारी कहलाता हैं। दिमाग या मानसिक अवस्था से जुड़ी कोई भी समस्या हो सकती है जैसे – अवसाद, टेंशन, अनिद्रा (नींद न आना), अधिक सोचना, माइग्रेन, अजीब सा कुछ बार-बार देखना, भूलने की बीमारी हो जाना तथा चिडचिडापनआदि।
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दिमागी रोग होने के कारण (Causes)
दिमाग की समस्या को हमें कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिए, क्योंकि यह समस्या समय के साथ बढ़ती जाएगी। इस समस्या के होने के कारण को खोज कर, उस समस्या को जड़ से खत्म करने के बारे में सोचना चाहिए। आइए दिमागी रोगों को रोकने के लिए उसके होने के कारण के बारे में जानते हैं-
- विशेषज्ञों के अनुसार इन बिमारियों होने के सटीक कारण ज्ञात नहीं है, फिर भी यह माना जाता है कि यह मस्तिष्क में रसायन, नाड़ियों और रक्त कोशिकाओं में अल्पकालिक परिवर्तन के कारण होता है।
- अल्कोहल का सेवन करने से
- महामारी के कारण
- मानसिक तनाव के कारण
- थकावट होने के कारण
- सही खाद्य पदार्थ न लेने के कारण
- दवाइयों का अधिक मात्रा में सेवन
दिमागी बीमारियाँ किन लोगों को अधिक होती है?
जैसे की हमने बताया मस्तिष्क की बीमारी छोटी से छोटी जैसे अधिक सोचना से लेकर माइग्रेन जैसी बड़ी भी हो सकती हैं। लेकिन कुछ व्यक्तियों को इनके होने की सम्भावना अधिक होती हैं –
- जो व्यक्ति पर्याप्त मात्रा में नींद नहीं लेते हैं उनको होने का खतरा अधिक होता है।
- दिनचर्या को संतुलित ना रखने के कारण बहुत से लोगों को इस समस्या से जूझना पड़ता है।
- अधिक मात्रा में अल्कोहल का सेवन करने वाले व्यक्ति को भी यह की समस्या हो सकती है।
- किसी बात के बारे में बार-बार सोचने और टेंशन लेने से भी दिमागी बीमारी को जन्म देता है।
- आस पास होने वाले शोर-शराबे से भी
- औरतों को दिमाग सबंधी रोग पीरियड्स में अनियमितता के कारण हो सकते है।
- दवाइयों के अधिक सेवन से भी मस्तिष्क सम्बन्धी बीमारी पैदा हो जाती है।
- यदि आपके आसपास धुआ होता है तो देखा गया है कि सर में बहुत तेज का दर्द होने लगता है। धुआ भी मस्तिष्क रोग बढ़ाने में सहायक हो सकता हैं।
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पतंजलि मेधा वटी के फायदे (Medha Vati Patanjali Benefits in Hindi)
दिव्य मेधा वटी के लाभ बाबा रामदेव जो बताते रहते हैं हम उन्ही के बारे में यह चर्चा करेंगे। आइए आगे जानते हैं मेधा वटी एक्स्ट्रा पॉवर खाने के फायदे के बारे में –
- पतंजलि दिव्य मेधा वटी को ब्रेन टॉनिक के रूप में प्रयोग किया जाता है।
- यह दवाई मेमोरी पावर को बढ़ाने का काम करती है।
- इस दवाई का सेवन करने से सोचने-समझने की क्षमता भी विकसित होती है।
- मस्तिष्क की एकाग्रता बढ़ाने में दिव्य मेधा वटी के फायदे लिए जा सकते है।
- इस दवाई का सेवन करने से व्यक्ति का मस्तिष्क शांत रहता है।
- यह दवाई वयस्को के साथ-साथ बच्चों की मानसिक क्षमता को बढ़ाने में काफी फायदेमंद होती है।
- इस दवाई का नियमित रूप से सेवन करने से व्यक्ति का मूड भी अच्छा रहता है।
- इस दवाई से आत्मविश्वास और उत्साह में बढ़ोतरी होती है।
- इस दवाई के उपयोग से सिर दर्द, माइग्रेन, मिर्गी, अनिंद्रा जैसी समस्या भी दूर हो जाती है।
मेधा वटी में पाए जाने वाले तत्व (Ingredients of Divya Medha Vati)
- बाबा रामदेव की पतंजलि की दिव्य मेधा वटी टैबलेट में कई फायदेमंद घटक मौजूद है जो इस प्रकार है –
- गीला अर्क: ब्राह्मी
- शंखपुष्पी
- घोडबैक
- उस्तेखद्दसा
- अश्वगंधा
- मलकानगनी
- सौंफ
- पुष्कर मूल
- गजवा..आदि
दिव्य मेधा वटी एक्स्ट्रा पॉवर खाने के नुकसान (Side Effects of Patanjali Medha Vati in Hindi)
आपने अधिकतर आयुर्वेदिक दवाइयों के मामले में देखा होगा कि इन दवाइयों के नुकसान बहुत ही कम होते हैं। अगर हम बात करें मेधा वटी की तो इसमें अधिकतर पेड़ पौधों आदि से बनी औषधियां मौजूद है इसीलिए हमें किसी भी प्रकार का नुकसान होने की संभावना बहुत कम है या फिर ना के बराबर ही है।
यदि आप ऐसी दवाई का सेवन बहुत लंबे समय तक करने वाले हैं तो सबसे पहले अपने चिकित्सक से परामर्श जरूर ले ।
चाहे दवाई किसी भी प्रकार की हो, उसे बिना चिकित्सक के परामर्श के नहीं खाना चाहिए। क्योंकि एक डॉक्टर ही बता सकता है कि हमें किस समय पर कितनी डोज लेनी चाहिए।
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पतंजलि मेधा वटी सेवन विधि (Divya Medha Vati Dosage)
दिव्य मेधा वटी का सही फायदा तभी मिल सकता है, जब हम इसका सेवन सही तरीके से करें। अगर हम दिव्य मेधा वटी के पैकेट पर लिखे निर्देश को पढ़ते हैं तो उसमें बताया गया है कि हमें इस दवाई का सेवन दिन में दो बार सुबह और शाम एक- एक गोली के रूप में करना है। और 5 वर्ष से अधिक बच्चों को एक गोली दिन में दो बार लेनी है।
कितनी टैबलेट सेवन करनी है? | एक – एक टैबलेट |
कब सेवन करनी है? | सुबह व शाम |
कैसे सेवन करनी है? | ताजा पानी से |
सबसे बेहतर तो यह होगा कि आप अपने डॉक्टर से इसे सेवन करने के सही तरीके के बारे में पूछ ले। या फिर जिस पतंजलि स्टोर से इसे खरीद रहे हैं या आपके आसपास कोई पतंजलि स्टोर है तो वहां के अनुभव विक्रेता से सलाह ले सकते हैं।
मेधा वटी कहां से खरीदें? (Buy Patanjali Medha Vati)
पतंजलि की मेधा वटी दवाई को आप कहीं भी अपने आसपास मौजूद पतंजलि स्टोर से खरीद सकते हैं। यदि यह दवाई आपके आसपास किसी स्टोर पर उपलब्ध नहीं है तो आप इसे ऑनलाइन ऑर्डर भी कर सकते हैं।
मेधा वटी टैबलेट लेते समय परहेज (Avoidance while taking Medha Vati)
जब हम किसी आयुर्वेदिक दवाई का सेवन करते हैं तो सबसे अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है उस दवाई के साथ किया जाने वाला परहेज।
अगर हम परहेज नहीं करेंगे तो वह दवाई हमारे लिए इतनी बेहतर ढंग से काम नहीं करेगी। कोई मुश्किल से ही बताता है कि हमें किस दवाई के साथ क्या परहेज करना चाहिए।
लेकिन हम आपको यहां बताने वाले हैं कि आपको दिव्य मेधा वटी टैबलेट के साथ क्या परहेज करना चाहिए –
- बाजार में मिलने वाले पेय पदार्थो का कम सेवन करे।
- फ्रिज में रखे खाने, फ़ास्ट फूड आदि को भी खाने से बचे।
- सुबह में देर तक न सोये, जल्दी उठकर बाहर घूमे।
- रात में ज्यादा देर तक न सोये, हो सकते तो 11 बजे से पहले सो जाए।
- शराब आदि का सेवन करने से बचे।
- तली-भूनी चीजों का कम ही सेवन करे।
- यदि आपको कोई दिमागी बीमारी है तो उसके बारे में गूगल पर सर्च न करे। अपनी दवाई पर भरोसा बनाये रखे।
- न्यज़ की जगह कॉमेडी फिल्मे देखे।
- आप जिस भगवान को मानते है उनकी पूजा-पाठ करे, इससे मन को शांति मिलेगी।
- मोबाइल का उपयोग बहुत कम करे.
यदि आप मेधा वटी टैबलेट देते समय ऊपर बताए गए परहेज भी करते हैं तो आपको यह दवाई बहुत अधिक फायदा पहुंचाएगी। तथा आप बहुत ही जल्द स्वस्थ हो जाओगे और आपकी सिर दर्द और माइग्रेन की समस्याएं भी जड़ से खत्म हो जाएंगी।
मस्तिष्क सम्बन्धी रोगों को खत्म करने के लिए योग (Yoga to Cure Mental Illness)
यदि आप माइग्रेन और सर दर्द की समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए मेधा वटी टैबलेट के साथ-साथ योग का सहारा भी लेते हैं तो यह समस्या बहुत ही जल्द खत्म हो जाएगी।
आइए जानते हैं योग जो आप के सिर दर्द और माइग्रेन की समस्या को खत्म कर सकते हैं-
- “सेतुबंध सर्वांगासन” माइग्रेन से राहत दिलाने में काफी कारगर हो सकता है।
- “विपरीत करनी आसन”
- “कटि परिवर्तनासन”
- पद्मासन
यह सभी आसन यदि आप नियमित रूप से करते हैं तो मस्तिष्क सम्बन्धी कई परिशानियों में जल्द ही सुधार देखने को मिलेगा।
दिव्य मेधा वटी की कीमत (Patanjali Medha Vati Extra Power Price)
पतंजलि दिव्य मेधा वटी को आप स्टोर या ऑनलाइन एक ही दाम पर खरीद सकते हैं. इसकी 120 टैबलेट आपको 250 रूपये में मिलती हैं.
₹250 = 120 टैबलेट
पतंजलि मेधा वटी की कीमत में समय के साथ परिवर्तन हों सकता है.
FAQ (प्रश्न-उत्तर)
उत्तर – दिव्य मेधा वटी एक्स्ट्रा पॉवर मस्तिष्क के कई रोगों में लाभाकरी है, जानने के लिए ऊपर पोस्ट पढ़े।
उत्तर – दिव्य मेधा वटी के मानसिक रोगों जैसे- टेंशन, डिप्रेशन, भूलने के समस्या आदी रोगों में कई फायदे हैं।
उत्तर – मेधा वटी का उपयोग बुजुर्ग व्यक्ति चिकित्सीय सलाह से कर सकते हैं।
अंत में –
आज हमने दिव्य पतंजलि मेधा वटी के फायदे (Divya Patanjali Medha Vati in Hindi) के बारें में जाना। हम उम्मीद करते है इस लेख ने आपको बाबा रामदेव की मेधा वटी के नुकसान व उपयोग (Medha Vati Patanjali Benefits in Hindi) के बारें में पर्याप्त जानकारी दे दी होगी।
Disclaimer: इस लेख में दी गई सभी सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. हेल्थीह्यूमन इसकी पुष्टि नहीं करता है। इस पर अमल करने से पहले किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह अवश्य ले।
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