अश्वगंधा के ये 9 फायदे सिर्फ ऋषियों को पता थे | Ashvgandha Ke Fayde

अश्वगंधा क्या है (Ashvgandha Kya Hai) अश्वगंधा के फायदे, अश्वगंधा के नुकसान, उपयोग (Ashwagandha, Ashvgandha Ke Fayde, Nuksan, Benefits of Ashwagandha in Hindi)

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अश्वगंधा के फायदे पुरुषों और महिलाओं के लिए – Ashvgandha Ke Nuksan

औषधियों की बात हो रहो हो और अश्वगंधा की बात न हो ऐसा करना तो एक पाप करने के बराबर होगा। अश्वगंधा का उपयोग सदियों से हमारे ऋषि-मुनि करते आये है तथा इसके अनगिनत लाभ उठाते आये है। अधिकतर देखा गया है कि लोग अश्वगंधा को बाद एक ताकत बढ़ाने की देसी दवा के रूप में उपयोग करते है लेकिन यह उस से कुछ अधिक है। आइये जानते है असल में अश्वगंधा क्या है (Ashvgandha Kya Hai) तथा अश्वगंधा के फायदे क्या है?

Table of Contents

अश्वगंधा क्या है? (Ashwagandha in Hindi)

अश्वगंधा एक ऐसा पौधा है जो औषधीय गुणों से परिपूर्ण होता है। इसका उपयोग आयुर्वेदिक चिकित्सा के रूप में किया जाता है। भारत में इस पौधे की दो प्रजातियां पाई जाती हैं। यह एक प्रकार की जड़ी बूटी है जिसका प्रयोग प्राचीन काल से ही आयुर्वेद चिकित्सक करते आ रहे हैं।

इसकी खेती भी पारंपरिक रूप से की जाती है लेकिन खेतों में उगाई जाने वाली अश्वगंधा ,वनों में पाए जाने वाली अश्वगंधा के मुकाबले ज्यादा गुणकारी होती है। लेकिन वनों में पाई जाने वाली अश्वगंधा का तेल ज्यादा गुणकारी होता है। भारत के अतिरिक्त ओर भी कई देशों में अश्वगंधा पाई जाती है या इसकी खेती की जाती है।

औषधिअश्वगंधा
वैज्ञानिक नामविथानिया सोम्निफेरा (Withania somnifera)
अंग्रेजी नाम“Indian Winter cherry” or “Indian Ginseng”.
परिवारSolanaceae
अश्वगंधा के रंगइसके पाउडर के रंग सफ़ेद क्रीम सा होता है
अधिक पैदावार करने वाले देशभारत, यूरोपियन यूनियन, चीन, नेपाल, यमन
अधिक उत्पादन करें वाले भारतीय प्रदेशराजस्थान, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश

यदि आप असली अश्वगंधा की पहचान करना चाहते हैं तो इसके पौधे को मसलने पर एक तेज गंध आती है यह गंध घोड़े के पेशाब के जैसी होती है। इसी कारण इस पौधे का नाम अश्वगंधा पड़ा। अश्वगंधा की खेती मध्य प्रदेश के मनसा, नीमच, जावड़, मानपुरा, मंदसौर और राजस्थान के नागौर और कोटा जिले में की जाती है। अश्वगंधा में कई बीमारियों का उपचार करने की क्षमता होती है, इसी कारण आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में इसका एक विशेष स्थान है।

अश्वगंधा दो प्रकार की होती है।

i. छोटी अश्वगंधा
ii. बड़ी अश्वगंधा

अश्वगंधा में पाए जाने वाले पोषक तत्व (Nutrients of Ashvgandha in Hindi)

पोषक तत्व के कारण आयुर्वेद में अश्वगंधा का एक उत्तम या विशेष स्थान है। इसमें कई प्रकार की बीमारियों को ठीक करने वाले गुण या पोषक तत्व होते हैं जो इस प्रकार है –

अश्वगंधा में आयरन, कैल्शियम, कैरोटीन, विटामिन सी, प्रोटीन, फैट, क्रूड फाइबर, ऊर्जा, एंटी ऑक्सीडेंट, लिवर टॉनिक, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी बैक्टीरिया जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। यह सारे तत्व आपके शरीर को स्वस्थ रखने में काफी हद तक आपकी मदद करते हैं। अश्वगंधा में एंटी स्ट्रेस गुण भी पाया जाता है जो तनाव से व्यक्ति को छुटकारा दिलाने में मदद करता है।

तालिका : इस तालिका में अश्वगंधा पाउडर के 100 ग्राम में उपस्थित पौषक तत्वों के बारे में बताया गया है. 100 ग्राम पाउडर में लगभग 250 कैलोरी होती है.

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पौषक तत्व मात्रा (ग्राम में)
कार्बोहाइड्रेट50
फाइबर आहार33
प्रोटीन3.8
आयरन3.2
कैल्शियम.0028
विटामिन.0037

अश्वगंधा के उपयोग (Ashvgandha Ke Upyog)

जैसा कि हमने आपको पहले भी बताया अश्वगंधा औषधीय गुणों का भंडार है। आयुर्वेदिक चिकित्सक कई बीमारियों के उपचार में इस से बनी दवाइयां लेने की सलाह देते हैं और अश्वगंधा का उपयोग ओर भी कई प्रकार से किया जाता है जो प्रकार है –

  • अश्वगंधा एक ऐसी जड़ी बूटी है जो सर्दी जुकाम जैसी बीमारी में काफी उपयोगी होती है। सर्दी जुकाम होने पर इसका काढ़ा बनाकर पिया जा सकता है।
  • अश्वगंधा में स्ट्रेस फ्री गुण पाए जाते हैं जिस कारण क्या तनाव से छुटकारा दिलाने में भी काफी उपयोगी होता है।
  • कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी में भी आयुर्वेद में अश्वगंधा के द्वारा इसका उपचार संभव है ।
  • अश्वगंधा डायबिटीज या मधुमेह जैसी समस्या में भी काफी हद तक आराम पहुंचाता है।
  • यह शरीर में मौजूद ब्लड सेल्स की मात्रा को बढ़ाने का काम करता है।
  • अश्वगंधा कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रख कर शरीर में ब्लड शुगर की मात्रा को नियंत्रित रखता है।
  • अश्वगंधा की मदद से पुरुषों में प्रजनन कराने की क्षमता बढ़ जाती है।

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अश्वगंधा के फायदे (Ashvgandha Ke Fayde)

अश्वगंधा एक ऐसी जड़ी बूटी है जो कई बीमारियों में उपचार के लिए काम आती है। इसका ज्यादातर उपयोग आर्युवेदिक और यूनानी चिकित्सा पद्धति में किया जाता है। अश्वगंधा में जो प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के गुण पाए जाते हैं। आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में इसके अनेकों फायदे हैं जो इस प्रकार हैं-

1. अश्वगंधा के फायदे मधुमेह या डायबिटीज के लिए

मधुमेह जैसी समस्या में अश्वगंधा को काफी फायदेमंद माना जाता है, डायबिटीज में उपचार के लिए अश्वगंधा के पत्तों और जड़ों का उपयोग किया जाता है। अश्वगंधा के सेवन से मनुष्य का ब्लड शुगर लेवल नियंत्रण में रह सकता है क्योंकि अश्वगंधा में anti-diabetic गुण पाए जाते हैं जो ब्लड में शुगर के लेवल को काफी हद तक कम कर सकते हैं इसलिए यह कहना गलत नहीं होगा कि अश्वगंधा मधुमेह जैसी बीमारी में फायदेमंद हो सकता है।

2. अश्वगंधा के फायदे कैंसर के लिए

जैसा कि हम सभी जानते हैं कैंसर एक बहुत ही खतरनाक बीमारी होती है जिसके इलाज के लिए दवाइयों के साथ -साथ कीमो थेरेपी की भी जरूरत होती है। कैंसर का इलाज काफी टाइम तक चलता है, क्योंकि यह एक ऐसी बीमारी है जिसमें इसके ट्यूमर बार-बार पैदा होते रहते हैं। आयुर्वेद में भी कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी का इलाज अश्वगंधा से किया जाता है क्योंकि अश्वगंधा में एंटी कैंसर गुण पाए जाते हैं जो काफी हद तक इस बीमारी में पीड़ित व्यक्ति को राहत पहुंचा सकते हैं इसीलिए अश्वगंधा को कैंसर में काफी उपयोगी माना जा सकता है।

3. अश्वगंधा के फायदे कोलेस्ट्रॉल लेबल के नियंत्रण के लिए

अश्वगंधा एक ऐसी जड़ी बूटी है जिसके सेवन से कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रित रखा जा सकता है यदि हमारा कोलेस्ट्रॉल लेवल नियंत्रण में रहेगा तो हृदय संबंधी बीमारियां हमें नहीं घेर पाएंगी।

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अश्वगंधा में एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रित रखने का काम करते हैं और रक्त में शर्करा की मात्रा को भी नियंत्रित रखते हैं इसीलिए अश्वगंधा को कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रित रखने के लिए काफी फायदेमंद माना जा सकता है ।

4. अश्वगंधा के फायदे तनाव कम करने में

अश्वगंधा को तनाव दूर करने में काफी फायदेमंद माना जा सकता है, तनाव को दूर करने के लिए अश्वगंधा के अर्क का सेवन नियमित रूप से करना होता है , इसके अर्क का नियमित रूप से सेवन करने से तनाव को काफी हद तक कम किया जा सकता है क्योंकि अश्वगंधा में एंटी स्ट्रेस गुण पाए जाते हैं जिससे इसके नियमित रूप से सेवन करने से व्यक्ति को मन में शांति का अनुभव हो सकता है। इसीलिए अश्वगंधा को तनाव के लिए काफी उपयोगी माना जा सकता है।

5. गठिया के लिए अश्वगंधा के लाभ

गठिया एक ऐसी बीमारी है जिसमें मनुष्य को जोड़ों में दर्द महसूस होता है, यह दर्द पूरे समय रहता है और कभी-कभी असहनीय पीड़ा भी होती है। आयुर्वेद में अश्वगंधा से गठिया का उपचार किया जाता है क्योंकि अश्वगंधा को एक दर्द निवारक औषधि माना जाता है। अश्वगंधा से गठिया का पूर्ण रूप से इलाज किया जा सकता है। जैसा कि हमने पहले भी बताया अश्वगंधा में इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं इसी कारण अश्वगंधा गठिया में काफी उपयोगी हो सकता है।

6. अश्वगंधा के फायदे इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए

यह तो आप सभी को पता है कि अश्वगंधा को औषधीय गुणों की खान माना जाता है क्योंकि आयुर्वेद में इसके द्वारा कई बीमारियों का इलाज संभव हो सका है। इसके अलावा अश्वगंधा के नियमित रूप से सेवन करने से इम्यूनिटी को बढ़ाने में काफी मदद मिल सकती है। क्योंकि अश्वगंधा में ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो इम्यूनिटी को बढ़ाने का काम करते हैं।यह शरीर में मौजूद कोशिकाओं के निर्माण करता है जिससे इम्यूनिटी बढ़ाने में काफी मदद मिलती है इसीलिए कहां जा सकता है कि अश्वगंधा इम्यूनिटी को बढ़ाने में सहायक है।

7. अश्वगंधा के फायदे एग्जायटी दूर करने में

अश्वगंधा से एंग्जाइटी या डिप्रेशन को कम करने में काफी मदद मिलती हैं। एंग्जाइटी को दूर करने के लिए प्राकृतिक रूप से पाई जाने वाली अश्वगंधा का उपयोग किया जाता है और कई तरह की मानसिक और शारीरिक समस्याओं में प्राकृतिक अश्वगंधा को ही काफी उपयोगी माना जाता है। इसके नियमित रूप से सेवन करने से एंग्जाइटी या डिप्रेशन जैसी समस्या से काफी हद तक छुटकारा मिल सकता है।

8. अश्वगंधा के फायदे पुरुषों में प्रजनन क्षमता बढ़ाने के लिए

वैसे तो अश्वगंधा का उपयोग कई तरह की बीमारियों में राहत पहुंचाने या उन्हें ठीक करने के लिए किया जाता है लेकिन यह पुरुषों में प्रजनन क्षमता को बढ़ाने के लिए भी उपयोगी है क्योंकि कभी-कभी पुरुष के वीर्य की गुणवत्ता कम हो जाती है जिस कारण प्रजनन क्षमता भी कम हो जाती है, इसीलिए इस स्थिति में सुधार करने के लिए नियमित रूप से अश्वगंधा का सेवन करने से पुरुष के वीर्य की गुणवत्ता में सुधार किया जा सकता है जिससे उस की प्रजनन क्षमता बढ़ सकती है इसी कारण अश्वगंधा को काफी फायदेमंद माना जा सकता है।

9. एंटीबैक्टीरियल गुणों से परिपूर्ण है अश्वगंधा

अश्वगंधा में एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जो मनुष्य में बैक्टीरिया के संक्रमण को नियंत्रित कर सकते हैं। यदि नियमित रूप से अश्वगंधा का सेवन किया जाए तो बैक्टीरिया के संक्रमण को नियंत्रित करने में काफी मदद मिल सकती है, और यदि व्यक्ति के शरीर में बैक्टीरिया ही मौजूद नहीं होंगे तो व्यक्ति बीमार भी नहीं होगा और उसका स्वास्थ्य भी ठीक रहेगा इसीलिए अश्वगंधा का सेवन नियमित रूप से करना चाहिए जिससे कि शरीर में बैक्टीरिया का संक्रमण ना हो।

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अश्वगंधा के नुकसान (Ashwagandha Side Effects in Hindi)

अश्वगंधा के फायदों के साथ-साथ कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। क्योंकि अश्वगंधा को नियमित मात्रा में सेवन करना ठीक होता है यदि अधिक मात्रा में इसका सेवन किया जाए तो कुछ नुकसान भी उठाने पड़ सकते हैं जो इस प्रकार है –

  • अश्वगंधा एक ऐसी जड़ी बूटी होती है यदि गर्भवती औरत इसका सेवन कर ले तो उसका गर्भपात हो सकता है इसीलिए गर्भवती औरत इसका सेवन ना करें।
  • यदि किसी प्रकार की अंग्रेजी दवाइयों का सेवन आप कर रहे हैं तो उन दवाइयों के साथ अश्वगंधा का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • अश्वगंधा का अधिक मात्रा में सेवन करने से दस्त और पेट दर्द जैसी समस्या हो सकती है।
  • ब्लड प्रेशर की समस्या में अश्वगंधा का सेवन करने से बीपी की समस्या बढ़ सकती है।
  • अश्वगंधा का सेवन बहुत दिन तक करने से सेहत को काफी नुकसान हो सकते हैं।

अश्वगंधा के फायदे पुरुषों के लिए (Ashwagandha Benefits for Men in Hindi)

वैसे तो हमें ऊपर हैडिंग में अश्वगंधा के लाभ के बारे में बता दिया है लेकिन व लाभ महिलाये, पुरुष व बच्चे सभी के लिए है। अब हम बात करने वाले है अश्वगंधा सेवन करने के उन फायदों के बारे में जो पुरुषों को मिलते है। चलिए जानते है कुछ अश्वगंधा के फायदे पुरुषों के लिए –

  • अश्वगंधा का सबसे अधिक इस्तेमला वो पुरुष करते है जो अपनी मर्दाना शक्ति को बढ़ाना चाहते है।
  • यदि आप अपने साथी को अच्छे से शारीरिक सुख देना चाहते हो तो अश्वगंधा का नियमित सेवन करना चाहिए। अश्वगंधा का सेवन सेक्स के समय में वृद्धि करता है।
  • पुरुष की कैसे भी शारीरिक कमजोरी दूर करने में फायदेमंद
  • बॉडी में चुस्ती-फुर्ती प्रदान करता है।
  • पुरुषों की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है।
  • पुरुषों की प्रजनन कराने की क्षमता में वृद्धि करता है।
  • शुक्राणु की संख्या में बढ़ोतरी होती है।

ऐसे कई लाभ है जो अश्वगंधा का सेवन करने से पुरुषों को मिलते है।

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अश्वगंधा के फायदे महिलाओं के लिए (Ashvgandha Benefits for Women in Hindi)

अश्वगंधा केवल पुरुषों के लिए नहीं बल्कि महिलाओं के लिए भी बहुत ही फायदेमंद है। आइये एक-एक करे के जानते है अश्वगंधा के फायदे महिलाओं के लिए –

  • अश्वगंधा का नियमित सेवन महिलाओं की बांझपन की समस्या को दूर करने में सहायक हो सकता है।
  • अश्वगंधा महिलाओं की त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद है।
  • अश्वगंधा का सेवन जवान बनाये रखने में मदद करता है।
  • इसके उपयोग से महिलाओं को अधिक यौन सुख की प्राप्ति होती है।
  • योनि में होने वाले संक्रमण से बचाव करने में अश्वगंधा के फायदे है।
  • रजोनिवृत्ति के दौरान अश्वगंधा का सेवन है लाभकारी।
  • एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों को समाहित करने के कारण अश्वगंधा घुटनों में हो रहे दर्द को कम करती है।
  • अश्वगंधा से महिलाओं की थायराइड की समस्या दूर होती है।

ऐसे की अन्य लाभ है जो अश्वगंधा के सेवन से महिलाओं को प्राप्त हो सकते है।

अश्वगंधा सेवन करने की विधि

अश्वगंधा एक ऐसी जड़ी बूटी है जिसे आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में काफी फायदेमंद बताया गया है लेकिन इसका सही मात्रा में और सही तरीके से सेवन करना बहुत ही ज्यादा आवश्यक होता है यदि अधिक मात्रा में इसका सेवन किया जाए तो स्वास्थ्य को नुकसान हो सकते हैं।

इसका सेवन सुबह खाली पेट किया जा सकता है यदि कुछ व्यक्ति को खाली पेट इसका सेवन करने से नुकसान होता है तो वह कुछ खाने के बाद इसका सेवन करें या फिर इसको सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श लें। इसके अलावा रात में भी इसका सेवन किया जा सकता है, इसके लिए अश्वगंधा के चूर्ण को पानी या शहद में मिलाकर इसका सेवन कर सकते हैं या फिर दूध के साथ इसके चूर्ण का सेवन कर सकते हैं।

इसका सेवन करने के लिए अलग-अलग बीमारियों में इसकी मात्रा अलग-अलग होती है, लेकिन फिर भी कम से कम 500 से 600 mg अश्वगंधा का प्रतिदिन सेवन ठीक रहेगा।

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FAQ (प्रश्न-उत्तर)

अश्वगंधा चूर्ण का सेवन कैसे करे

अश्वगंधा चूर्ण का सेवन पानी, शहद, दूध के साथ कर सकते है। रात में सोते समय दूध के साथ इसका सेवन बहुत लाभकारी है। अश्वगंधा के अधिक फायदे जानने के लिए ऊपर पोस्ट पढ़े।

अश्वगंधा कितने दिन तक खाना चाहिए

अश्वगंधा कितने भी दिन तक खा सकते है लेकिन इसकी मात्रा 5 से 7 ग्राम से अधिक नहीं होनी चाहिए। ऊपर पोस्ट में अश्वगंधा के नुकसान लिखे है जरुर पढ़े।

अश्वगंधा और दूध पीने से क्या होता है?

अश्वगंधा और दूध पीने से कशरीर को ताकत मिलती है, हड्डियां मजबूत होती है, सेक्स टाइम बढ़ता है, तथा पाचन तंत्र अच्छा होता है आदि फायदे होते है।

ध्यान देने योग्य

अश्वगंधा एक बहुत ही गुणकारी जड़ी-बूटी है लेकिन इसका उपयोग प्रमाणिक वैध की देख-रेख में करना सबसे उपयुक्त है। हमारे द्वारा प्राप्त करायी गयी जानकारी सिर्फ आपका ज्ञान बढ़ाने के लिए है, अश्वगंधा के बारे में अपने चिकित्सक की सलाह को ही माने।

अंत में –

आज हमने अश्वगंधा क्या है (Ashvgandha Kya Hai) इस बारे में अच्छे तरह से जाना। आपने अश्वगंधा के फायदे (Ashvgandha Ke Fayde), अश्वगंधा के नुकसान (Side Effects of Ashwagandha in Hindi), अश्वगंधा के उपयोग (Ashvgandha Ke Upyog), अश्वगंधा के फायदे महिलाओं के लिए तथा अश्वगंधा के फायदे पुरुषों के लिए इस बारे में भी विस्तार से जाना। हम उम्मीद करते है आपको अश्वगंधा के लाभ पर लिखा यह लेख बहुत रुचिकर लगा होगा।

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