पतंजलि मधुनाशिनी वटी के 9 अचूक फायदे | Patanjali Madhunashini Vati in Hindi

पतंजलि मधुनाशिनी वटी के लाभ ( Benefits of Madhunashini Vati Patanjali in Hindi) दिव्य मधुनाशिनी के फायदे और नुकसान, उपयोग (Side Effects, Uses, Patanjali Madhunashini Vati in Hindi)

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पतंजलि मधुनाशिनी वटी के फायदे -Divya Madhunashini Vati Patanjali in Hindi

हम में से शायद ऐसा कोई ही व्यक्ति हो जिसने मधुमेह के बारे में ना सुना हो मधुमेह को अंग्रेजी में डायबिटीज के नाम से जाना जाता है। यह बीमारी दुनिया में सबसे तेज फैलने वाली बीमारियों में से एक है।

भारत देश का दुर्भाग्य है कि यहां पर मधुमेह से पीड़ित लोग सबसे अधिक पाए जाते हैं। एक वक्त था जब हमारे देश में डायबिटीज जैसी बीमारी सुनने को ही नहीं मिलती थी। लेकिन अब हर 10 में से तीन या चार व्यक्ति इस बीमारी से पीड़ित हो सकते हैं।

मधुमेंह एक ऐसी बीमारी होती है जिसमें रक्त में शर्करा का स्तर बढ़ जाता है जिस कारण हमारे शरीर की ऊर्जा बहुत क्षीण होने लगती है। इसका जल्द से जल्द इलाज करना जरूरी होता है। इसी को देखते हुए पतंजलि कंपनी ने मधुनाशिनी नाम से एक दवाई बनाई है जो मधुमेह को नियंत्रित करने में बहुत कारगर है।

आइए जानते हैं पतंजलि मधुनाशिनी वटी के फायदे और नुकसान के बारे में –

पतंजलि मधुनाशिनी वटी क्या है (Patanjali Madhunashini Vati in Hindi)

दिव्य मधुनाशिनी वटी को बाबा रामदेव जी की कंपनी पतंजलि की दिव्य फार्मेसी द्वारा आयुर्वेदिक तरीके से तैयार किया गया है। इस दवाई को बनाते हुए कहीं जड़ी बूटियों का इस्तेमाल किया गया है जिस कारण यह मधुमेह रोग में बड़ी कारगर सिद्ध होती है।

मधुनाशिनी टैबलेट में जामुन, गिलोय, हल्दी, बहेड़ा जैसी कई चीजें मिली हुई है जो हमारे शरीर में इंसुलिन की कमी को भी पूरा करने का कार्य करते हैं तथा हमें मधुमेह से होने वाली परेशानी से बचाते हैं।

आगे इस लेख में हम दिव्य पतंजलि मधुनाशिनी वटी के फायदे के बारे में बात करेंगे जिससे आपको स्पष्ट हो जाएगा कि क्यों आपको इस दवाई का सेवन करना चाहिए।

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पतंजलि मधुनाशिनी वटी एक्स्ट्रा पावर में मौजूद घटक (Madhunashini Vati Extra Power Ingredients)

दिव्य मधुनाशिनी वटी एक्स्ट्रा पावर आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों से मिलकर बनी है, जिनमें से कुछ निम्नलिखित है –

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गिलोयकरेलाजामुन
काली जीरीशिलाजीत शुद्धआतिश
आमलाकचूरबहेड़ा
प्रवाल पिष्टीगोखरूबेल पत्र
गुड़मारहरड़ छोटीवट जटा
हल्दीमेथीकालमेघा
अश्वगंधाबबुलचिरायता
लौह भस्मकुचला शुद्धनीम पत्र…आदि

पतंजलि मधुनाशिनी वटी के फायदे (Patanjali Madhunashini Vati Benefits in Hindi)

दिव्य मधुनाशिनी वटी एक्स्ट्रा पावर को बनाने में बहुत ही प्रयास किया गया है इसी कारण यह दवाई इतनी सफल हो पाई है। बहुत से लोगों द्वारा इसका फायदा उठाया जा रहा है। आइए जानते हैं पतंजलि मधुनाशिनी वटी के लाभ के बारे में –

1. डायबिटीज नियंत्रित करने में पतंजलि मधुनाशिनी वटी के फायदे

डायबिटीज एक ऐसा रोग है जिससे दुनिया भर में करोड़ों लोग परेशान है। यह बीमारी एक बार किसी इंसान को हो जाए तो जिंदगी भर पीछा नहीं छोड़ती, चाहे कितना भी उपचार करा लिया जाए।

लेकिन कुछ आयुर्वेदिक क्रियाएँ तथा दवाइयां ऐसी होती है यदि उनका सही ढंग से इस्तेमाल किया जाए तो हम अपना पूरा जीवन मधुमेह के साथ भी बहुत मौज मस्ती में बिता सकते हैं।

दिव्य मधुनाशिनी वटी एक ऐसी ही आयुर्वेदिक दवाई है जिसमें एंटी ग्लाइसेमिक गुण पाए जाते हैं जो हमारे रक्त में मौजूद शर्करा के स्तर को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

हम सभी जानते हैं कि जब हमारे अग्नाशय या पेनक्रियाज में इंसुलिन पर्याप्त मात्रा में बनना बंद हो जाता है तब ही मधुमेह की समस्या उत्पन्न होती है। पतंजलि मधुनाशिनी टेबलेट में ऐसे गुण होते हैं जो हमारे शरीर में इंसुलिन के बनने की मात्रा को भी बढ़ा देते हैं।

मधुनाशिनी वटी के कई फायदे हैं यह ना केवल रक्त शर्करा को कम करता है बल्कि मधुमेह के कारण हो रही कई अन्य दिक्कतों को भी दूर करके हमारे जीवन को सामान्य बनाने का काम करती है।

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2. वजन घटाने में दिव्य मधुनाशिनी वटी के फायदे

कहीं व्यक्तियों में देखा जाता है कि जब उन्हें मधुमेह की समस्या होती है तो उनका वजन घटने लगता है। लेकिन ऐसे भी व्यक्ति होते हैं जिनका वजन मधुमेह की वजह से बहुत अधिक बढ़ जाता है।

आप इसका उल्टा भी कह सकते हैं कि जिन व्यक्तियों का वजन अधिक होता है उन्हें डायबिटीज की संभावना अधिक होती है। यदि आपका डायबिटीज की वजह से वजन बढ़ गया है तो इसे कम करना जरूरी है क्योंकि यह है एक बड़ी परेशानी का सबब बन सकता है।

पतंजलि मधुनाशिनी वटी में अलकोलाइट और फ्लेवोनॉयड उपलब्ध होते हैं जो शरीर के बढ़ रहे भजन को तेजी से कम करने में सहायता करते हैं।

आयुर्वेदिक दवाई में ऐसी कई औषधियां बहेड़ा, गुड़मार, बेलपत्र, गोखरू कालमेघ आदि मिली होती है जो भूख को नियंत्रित करने में मददगार होती है। व्यक्ति उतना ही खाना खाता है जितना उसके शरीर को जरूरत है इस कारण उसका वजन भी नियंत्रित रहता है।

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3. मीठे की आदत को कम करने में मधुनाशिनी वटी के बेनिफिट्स

यदि हम में से किसी को डायबिटीज रोग हो जाता है तो सबसे पहले डॉक्टर यही सलाह देते हैं कि आपको मीठा नहीं खाना है और मीठे में चीनी तो बिल्कुल भी नहीं खानी है।

आपने से बहुत से लोग होंगे जिनके लिए चीनी के बिना गुजारा करना बहुत मुश्किल है। लेकिन मधुमेह हो जाने पर मीठे के बिना रहना ही पड़ता है फिर भी हमारा मन में बार-बार मीठा खाने को करता है।

यदि आपको भी बार-बार चीनी या किसी मीठी चीज खाने की क्रेविंग या इच्छा होती है तो इसमें भी दिव्य मधुनाशिनी वटी टेबलेट बहुत ही कारगर सिद्ध होती है।

पतंजलि मधुनाशिनी वटी आयुर्वेदिक औषधियों का मिश्रण है यह आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां हमारे शरीर को इस प्रकार से डाल देती है कि हमारा मीठा खाने को मन बहुत ही कम करता है। जब हम मीठे का सेवन नहीं करते तो यह हमारे शरीर में रक्त शर्करा के स्तर को भी नियंत्रित करता है।

मधुनाशिनी वटी के उपयोग से आप ना केवल मधुमेह जैसी बीमारी को कंट्रोल कर पाते हैं साथ ही आप मीठा आदि चीजों के सेवन की हो रही इच्छा को भी नियंत्रित करते हैं।

4. तनाव कम करने में पतंजलि मधुनाशिनी वटी के बेनिफिट्स

यदि किसी व्यक्ति को डायबिटीज हो जाए तो वह खुद ही बहुत तनाव में रहने लगता है। हमेशा सही खानपान के बारे में सोचना पड़ता है तथा जिंदगी को भी बड़ी सजगता से जीना पड़ता है।

तो आप सोच ही सकते हैं कि यदि कोई व्यक्ति बहुत ही सजगता से एक रोग होने के कारण जीवन व्यतीत करता है तो तनाव आदि का होना तो आम बात है।

मधुमेह रोग में तनाव ना केवल मानसिक होता है बल्कि यह है हमारे शरीर में हो रहे रक्त शर्करा के स्तर में वृद्धि के कारण भी होता है। व्यक्ति मानसिक रूप से खुश रह सकता है लेकिन शारीरिक रूप से उसे तनाव हो सकता है।

डायबिटीज के कारण हमारे मस्तिष्क में सेरोटोनिन हार्मोन का उत्पादन बढ़ जाता है जिस कारण तनाव या बेचैनी होने लगती है पतंजलि मधुनाशिनी वटी में चिरायता, गुडुची, कुटकी, काली जीरी, कालमेघ, बबूल फली, त्रिफला, शिलाजीत, अश्वगंधा आदि कई आयुर्वेदिक वैद्य मिली हुई है जो सेरोटोनिन के स्तर को कम करने में मददगार होती है।

मधुनाशिनी वटी का उपयोग डायबिटीज में तनाव मुक्त रहने में करना भी बहुत अच्छा होता है। इसके सेवन से व्यक्ति की कई शारीरिक कारणों से हो रही चिंता में कमी आती है जिस कारण व्यक्ति की एकाग्रता में भी सुधार होता है।

5. डायबिटिक रेटिनोपैथी विकार में दिव्य मधुनाशिनी वटी के लाभ

जब किसी व्यक्ति को डायबिटीज हो जाती है तो उसे सिर्फ यह रोग ही नहीं होता है बल्कि इसके साथ कहीं अन्य लोग भी रोगी के शरीर को घेरने के लिए चले आते हैं। उनमें से एक रोग होता है डायबिटिक रेटिनोपैथी।

यह एक क्रॉनिक मेटाबॉलिक डिसऑर्डर होता है जिसमें व्यक्ति की आंखों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। डायबीटिक रेटिनोपैथी मधुमेह की एक जटिलता होती है जो रेटिना के पीछे प्रकाश के प्रति संवेदनशील उत्तक की रक्त वाहिकाओं को हानि पहुंचाने की वजह से होती है।

इस डिसऑर्डर के कारण ही व्यक्ति को डायबिटीज रोग में धुंधलापन होने लगता है उसे देखने में परेशानी होने लगती है। शुरू-शुरू में यह समस्या कोई बड़ी नहीं लगती लेकिन समय के साथ यह बहुत घातक हो सकती है तथा टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज में यह अधिक देखने को मिलती है।

दिव्या पतंजलि मधुनाशिनी बटी में जड़ी बूटियों का ऐसा मिश्रण किया गया है जो हमारे रेटीना तंत्रिका की कोशिकाओं की रक्षा करता है। जिस कारण हमारी आंखें स्वस्थ बनी रहती है तथा रेटिना के पीछे मौजूद कोशिकाओं में रक्त का सरलता से आदान-प्रदान चलता रहता है।

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6. पाचन दुरुस्त करने में दिव्य मधुनाशिनी वटी के फायदे

हमें बीमारी कोई भी हो यदि हमारा पाचन सही रूप से कार्य कर रहा है तो हमारे अंदर उस रोग को सहने की क्षमता आ जाती है। लेकिन पाचन ठीक तरह से कार्य नहीं कर रहा हो तो हमारे लिए छोटा रोग भी बहुत घातक बन जाता है।

डायबिटीज की बीमारी में भी पाचन का सही रूप से कार्य करना जरूरी है ना तो हमें बहुत अधिक भूख लगने चाहिए और ना ही बहुत कम भूख।

पतंजलि मधुनाशिनी वटी में बेल, गुड़मार, त्रिफला, बहेड़ा, मेथी, काली जीरी, कुटकी आदि ऐसी औषधियां है जो हमारे पाचन को सुचारू रूप से चलाने का कार्य करती है। जिस कारण हमें पेट फूलना गैस बनना अपच होना भूख कम लगना आदि शिकायत नहीं होती।

जब हम पाचन संबंधित कई समस्याओं से मधुमेह रोग होने के बावजूद बचे रहते हैं तो हमारे लिए डायबिटीज को नियंत्रित करना बहुत आसान हो जाता है। इसीलिए मधुनाशिनी वटी का सेवन करना जरूरी है एक तो यह डायबिटीज को कंट्रोल करती है दूसरा यह हमारी पाचन तंत्र को भी सुचारू रूप से चलाने का कार्य करती है।

7. मूत्र विकारों में पतंजलि मधुनाशिनी वटी के फायदे

अधिकतर मामलों में देखा गया है कि जिन व्यक्तियों को डायबिटीज की समस्या होती है उन्हें बार-बार पेशाब जाने की शिकायत होती है वे दिन में कई बार मूत्र त्याग करने के लिए जाते हैं।

डायबिटीज रोगी को ना केवल बार-बार पेशाब के लिए जाना पड़ता है बल्कि यह क्या करने में दर्द और जलन की शिकायत भी देखने को मिल सकती है। पेशाब एक बार में ही खुलकर नहीं आता तथा बार-बार इसके लिए जाना पड़ता है।

अगर कोई भी व्यक्ति बार-बार पेशाब करने की समस्या मूत्र करते हुए दर्द या जलन की दिक्कत से जूझ रहा है तो ऐसी स्थिति में दिव्य मधुनाशिनी वटी टेबलेट बहुत ही कारगर सिद्ध होती है।

पतंजलि मधुनाशिनी वटी में कई आयुर्वेदिक औषधियां मिली हुई है जो मूत्र रोगों में रामबाण औषधि की तरह कार्य करती है। यह दवा ना केवल मूत्र की प्रवृत्ति को रोकती है बल्कि इसमें हो रही जलन तथा दर्द को भी कम करने का कार्य करती है।

8. ब्लड प्रेशर नियंत्रण में दिव्य मधुनाशिनी वटी के बेनिफिट्स

डायबिटीज में ना केवल हमारे रक्त में शर्करा का स्तर ज्यादा वह कम होता है बल्कि ब्लड प्रेशर भी अधिक या निम्न होता है ऐसी बीमारी में ऐसा होने की संभावना काफी बढ़ जाती है।

आप सभी जानते ही हैं कि मधुमेह रोग में रक्तचाप का सामान्य बना रहना कितना अधिक जरूरी होता है पतंजलि मधुनाशिनी वटी रक्तचाप को सामान्य बनाए रखने में बहुत अच्छी होती है।

मधुनाशिनी वटी को बनाने में अश्वगंधा बेल मेथी गुड़मार जामुन चिरायता आदि का उपयोग किया गया है। जो हमारे शरीर के ब्लड प्रेशर को अधिक नहीं होने देते तथा निम्न होने की अवस्था में भी सामान्य बनाए रखने का कार्य करते हैं।

मधुनाशिनी वटी का उपयोग करने से हृदय के कार्यों में सुधार होता है कार्डियोवैस्कुलर सहनशक्ति में बढ़ावा होता है तथा व्यक्ति का स्वास्थ्य बना रहता है।

9. ग्लूकोज कम करने में पतंजलि मधुनाशिनी वटी के फायदे

हम सभी जानते हैं कि हमारे रक्त में मौजूद शुगर हमारी शरीर की एनर्जी के लिए कितनी अधिक जरूरी होती है हमारे रक्त में मौजूद शुगर को हम ग्लूकोज या ब्लड शुगर के नाम से जानते हैं।

यदि खून में ग्लूकोज की मात्रा कम हो जाए तो हम थका हुआ महसूस करेंगे हमारे शरीर में ऊर्जा की कमी होगी यदि खून में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाए तो भी कई समस्या होती है।

जिस व्यक्ति को डायबिटीज बीमारी होती है उसके ब्लड में ग्लूकोज की मात्रा बहुत अधिक बढ़ जाती है जिसे नियंत्रित करना बहुत ही आवश्यक हो जाता है। ऐसा करने में दिव्य पतंजलि मधुनाशिनी वटी टेबलेट बहुत ही अच्छी आयुर्वेदिक दवाई है।

मधुनाशिनी वटी एक्स्ट्रा पावर में चिरायता, जामुन तथा गुड़मार ऐसी औषधियां मिली हुई है जो ब्लड में मौजूद शुगर या ग्लूकोस को नियंत्रित करने का कार्य करती है तथा व्यक्ति के शुगर लेवल को सही बनाए रखती है।

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पतंजलि मधुनाशिनी वटी के नुकसान (Patanjali Madhunashini Vati Side Effects)

जैसा कि आपने ऊपर मधुनाशिनी वटी में मौजूद घटक में पड़ा होगा कि यह दवाई जामुन, कुटकी अश्वगंधा, नींबू, हल्दी, मेथी आदि प्राकृतिक चीजों से बनी हुई है। तथा हम सभी जानते हैं कि प्राकृतिक चीजों के नुकसान तब ही हो सकते हैं जब इनका अधिक मात्रा में या गलत ढंग से उपयोग किया जाए।

हमने जो जानकारी इकट्ठा की है उसमें हमें दिव्य मधुनाशिनी वटी के साइड इफेक्ट्स या नुकसान के बारे में कोई भी डाटा प्राप्त नहीं हुआ है। इसके बारे में अधिक नुकसान जाने के लिए आप आयुर्वेदिक चिकित्सक से संपर्क कर सकते हैं।

फिर भी आप मधुनाशिनी वटी लेते हुए कुछ बातों का ध्यान रख सकते हैं, जैसे –

  • मधुनाशिनी वटी को अधिक मात्रा में लेने से शुगर लेवल बहुत कम हो सकता है जिससे व्यक्ति थका हुआ महसूस कर सकता है।
  • बच्चों को यह दवाई बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं दी जा सकती है।
  • दवाई को उतनी मात्रा में ही खाए जितना इसके पैकेट पर लिखा है या फिर डॉक्टर द्वारा बताया गया है।
  • इस दवाई को सीधी धूप में नहीं रखना चाहिए बल्कि छाया में किसी ठंडे स्थान पर रखना चाहिए।

दिव्य मधुनाशिनी वटी के उपयोग (Patanjali Madhunashini Vati Uses)

ऐसे बहुत से रोगी है जिन्हें मधुनाशिनी वटी का इस्तेमाल करने से बहुत फायदा पहुंचा है इसी कारण बहुत से व्यक्ति इस दवाई का सेवन कर रहे हैं। आइए जानते हैं पतंजलि मधुनाशिनी वटी के उपयोग के बारे में –

  • मधुनाशिनी वटी में मौजूद एंटी इन्फ्लेमेटरी गुणों के कारण यह घाव भरने में उपयोगी होती है।
  • अल्सर मुंह के छाले आदि में भी मधुनाशिनी वटी का उपयोग किया जा सकता है।
  • शरीर के संक्रमण से बचाव में पतंजलि मधुनाशिनी वटी उपयोगी सिद्ध हो सकती है।
  • दिव्य मधुनाशिनी वटी तंत्रिका कार्यों में सुधार करने में भी उपयोगी होती है।
  • मधुनाशिनी वटी का इस्तेमाल भूख बढ़ाने के लिए भी किया जा सकता है।
  • मधुमेह रोग में हो रही आंखों से संबंधित दिक्कत में मधुनाशिनी टैबलेट बहुत उपयोगी होती है।
  • मस्तिष्क में सेरोटोनिन हार्मोन के स्तर को नियंत्रित करके यह दवाई तनाव व चिंता अधिक को कम कर सकती है।
  • पतंजलि मधुनाशिनी वटी पाचन को दुरुस्त रखने के लिए उपयोग की जा सकती है।

दिव्य मधुनाशिनी वटी की सेवन विधि (Patanjali Madhunashini Vati Dosage)

यदि आप भी मधुनाशिनी वटी का सेवन कैसे करें या मधुनाशिनी वटी खाने का तरीका इस सवाल का जवाब ढूंढ रहे हैं। तो आपको बता दें कि इसका सेवन डॉक्टर के कहे अनुसार या फिर इस के पैकेट पर दिए गए निर्देश के अनुसार ही करना चाहिए।

दिव्य मधुनाशिनी वटी के पैकेट पर लिखे निर्देश के अनुसार हम हल्के गुनगुने पानी से भोजन से पहले 1 गोली का सेवन कर सकते हैं दिन में 2 गोली से अधिक का सेवन नहीं किया जा सकता।

एक दिन में अधिकतम कितनी टैबलेट खानी है?2 टैबलेट
टैबलेट कैसे खानी है?गुनगुने पानी से
टैबलेट कब खानी है?खाने से 1 घंटा पहले

दिव्य मधुनाशिनी वटी कहां से खरीदें (Divya Madhunashini Vati Buy)

पतंजलि मधुनाशिनी वटी एक्स्ट्रा पावर आपको अपने नजदीकी पतंजलि स्टोर से ही मिल जाएगी आप चाहे तो इसे ऑनलाइन आर्डर करके पतंजलि के ऑनलाइन स्टोर, फ्लिपकार्ट आदि वेबसाइट से भी मंगा सकते हैं।

पतंजलि मधुनाशिनी वटी की कीमत (Patanjali Madhunashini Vati Price)

दिव्य पतंजलि मधुनाशिनी वटी के प्राइस की बात करें तो इसका 60 ग्राम का पैकेट लगभग ₹225 का आता है जिसमें 120 टैबलेट होती है।

₹225 = 120 टैबलेट

FAQ (प्रश्न-उत्तर)

प्रश्न- मधुनाशिनी वटी कब खानी चाहिए?

उत्तर – मधुनाशिनी वटी की एक गोली खाने से एक घंटा पहले गुनगुने पानी से खानी चाहिए। इस बारे में अधिक जानने के लिए ऊपर पोस्ट पढ़े

प्रश्न – पतंजलि मधुनाशिनी वटी कैसे काम करती है?

उत्तर – मधुनाशिनी वटी अग्नाशय में इंसुलिन के उत्पादन को बढ़ाती है जिससे हमारा मधुमेह नियंत्रित रहता है।

प्रश्न – क्या शुगर जड़ से ठीक हो सकता है?

उत्तर – वैसे तो यह एक लाइलाज बीमारी है लेकिन आयुर्वेदिक तरीकों से इसे कंट्रोल करके सामान्य व्यक्ति की तरह जीवन जिया जा सकता है।

प्रश्न – क्या पतंजलि मधुनाशिनी मधुमेह के लिए अच्छी है?

उत्तर – जी हां, पतंजलि मधुनाशिनी वटी मधुमेह के लिए ही बनाई गई है।

समीक्षा और सारांश

आज इस पोस्ट में हमने मधुमेह की दवाई दिव्य पतंजलि मधुनाशिनी वटी के फायदे (Benefits of Divya Patanjali Madhunashini Vati in Hindi) के बारे में जाना। इसी के साथ हमने पतंजलि मधुनाशिनी वटी के नुकसान, मधुनाशिनी वटी के उपयोग (Patanjali Madhunashini Vati Uses in Hindi), सेवन विधि तथा कीमत के बारे में भी जानकारी प्राप्त की।

हम उम्मीद करते हैं कि आपको मधुनाशिनी वटी कब खाना चाहिए तथा दिव्य मधुनाशिनी वटी टैबलेट के बारे में लिखी यह पोस्ट बहुत पसंद आई होगी। इस लेख के बारे में अपने सुझाव हमें कमेंट बॉक्स में बताना ना भूलें।

Disclaimer : उपरोक्त जानकारी इंटरनेट पर मौजूद विभिन्न हेल्थ वेबसाइट से एकत्रित की गई है। इस टैबलेट के उपयोग से पहले आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह लेनी अनिवार्य है। चिकित्सक की सलाह का कोई भी विकल्प नहीं है।

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