दिव्य मुक्ता वटी के फायदे (Divya Mukta Vati Benefits) पतंजलि मुक्ता वटी के नुकसान, उपयोग (Side Effects, Benefits, Uses of Patanjali Mukta Vati in Hindi)
हम सभी भली-भांति बाबा रामदेव जी से तो परिचित है वह कई वर्षों से योग द्वारा भारत के सभी लोगों को स्वस्थ बनाने का काम कर रहे हैं। तथा उनके द्वारा बनाई गई पतंजलि भी दवाइयों के द्वारा हमारे देश के व्यक्तियों को एक रोग मुक्त जीवन प्रदान कर रही है।
पतंजलि द्वारा बहुत सी दवाई बनाई जाती है तथा उनमें से कुछ आयुर्वेदिक दवाई तो ऐसी होती है जो बहुत से रोगों को जड़ से खत्म कर देती है। आज हम एक ऐसी दवाई की बात करने वाले हैं जिसका नाम है दिव्य मुक्ता वटी एक्स्ट्रा पॉवर।
दिव्य मुक्ता वटी एक ऐसी आयुर्वेदिक दवाई है जो कई बिमारियों की रोकथाम में काम आती है। आइए जानते हैं दिव्य पतंजलि मुक्ता वटी के फायदे और नुकसान के बारे में –
पतंजलि मुक्ता वटी क्या है (Patanjali Mukta Vati in Hindi)
मुक्ता वटी बाबा रामदेव जी द्वारा स्थापित की गई कंपनी पतंजलि की दिव्य फार्मेसी द्वारा बनाई गई एक आयुर्वेदिक दवाई है।
इस दवाई को आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों द्वारा तैयार किया गया है जिस कारण मरीजों पर इसके बहुत ही सकारात्मक प्रभाव होते हैं। दिव्य मुक्ता वटी को खासकर हाई ब्लड प्रेशर की समस्या में रोगी को राहत प्रदान करने के लिए बनाया गया है।
बहुत से व्यक्तियों को मुक्तावटी खाने से लाभ प्राप्त हुआ है तथा आप भी इन लाभों के बारे में जानकर इन से फायदा ले सकते हैं। आगे हम पतंजलि मुक्ता वटी एक्स्ट्रा पॉवर के फायदे के बारे में जानकारी देंगे, पोस्ट पढ़ते रहिए।
पतंजलि मुक्ता वटी में मौजूद सामग्री (Divya Mukta Vati Ingredients)
दिव्य मुक्ता वटी को कई आयुर्वेदिक औषधियों के मिश्रण से तैयार किया गया है जिनमें से कुछ कह नाम निम्नलिखित है –
- गजवा
- ब्राह्मी शंखपुष्पी
- घोडवाच
- अश्वगंधा
- मलकांगनी
- सौंफ
- पुष्करमूल
- उस्तेखद्दुस
Fine Powder of:
- जटा मानसी
- सर्पगंधा
- मुक्ता पिष्टी
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पतंजलि मुक्ता वटी के फायदे (Patanjali Mukta Vati Benefits in Hindi)
दिव्य मुक्ता वटी एक बहुत ही प्रभावशाली व सकारात्मक परिणाम देने वाले दवाई है इसी कारण यह है सैकड़ों लोगों द्वारा उपयोग में लाई जा रही है। चलिए जानते हैं दिव्य पतंजलि मुक्ता वटी के फायदे के बारे में –
1. हाई ब्लड प्रेशर में पतंजलि मुक्ता वटी के फायदे
आजकल हाई ब्लड प्रेशर मतलब उच्च रक्तचाप की समस्या बहुत ही होने ज्यादा होने लगी है। एक समय था जब ऐसे रोगों के बारे में सुनने को भी नहीं मिलता था। लेकिन अब हमारे खान-पान व वातावरण के बदलाव ने ऐसे कई समस्याओं को हमारे सामने लाकर खड़ा कर दिया है।
बहुत से लोगों को हाई ब्लड प्रेशर की स्पष्ट परिभाषा नहीं पता होती, हाई ब्लड प्रेशर यानि उच्च रक्तचाप उस स्थिति को कहते हैं जब आपके रक्त वाहिकाओं की दीवारों पर रक्त को धकेलने के लिए बल बहुत तेज होता है।
हाई ब्लड प्रेशर होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे अधिक वजन होना या ज्यादा नमक वाला भोजन खाना। फल तथा सब्जी का ना खाना, स्मोक करना, शराब पीना, कम नींद लेना आदि भी हाई ब्लड प्रेशर होने की वजह हो सकते हैं।
उच्च रक्तचाप एक ऐसी बीमारी है जिसे ठीक करने पर बहुत जल्दी ध्यान देना चाहिए नहीं तो यह हार्ट अटैक की समस्या में भी बदल सकती हैं। हाई ब्लड प्रेशर की समस्या में आपके लिए दिव्य मुक्तावटी बहुत ही कारगर साबित हो सकती है।
पतंजलि मुक्ता वटी टैबलेट को ब्राह्मी, शंखपुष्पी, अश्वगंधा, मलकानगनी, सौंफ आदि आयुर्वेदिक औषधियों के मिश्रण से बनाया गया है। यह सभी आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां उच्च रक्तचाप की समस्या से राहत दिलाने में बहुत ही प्रभावी रूप से कार्य करती है।
2. कोलेस्ट्रोल के नियंत्रण में दिव्य मुक्ता वटी के फायदे
कोलेस्ट्रोल की समस्या भी आजकल बहुत ही ज्यादा होने लगी है कोलेस्ट्रोल का ज्यादा बढ़ना तथा ज्यादा कम होना दोनों ही स्थिति हमारे लिए बहुत ही खतरनाक हो सकती है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कोलेस्ट्रोल दो प्रकार का होता है एक कोलेस्ट्रोल को अच्छा कोलेस्ट्रोल कहा जाता है तथा दूसरे कोलेस्ट्रोल को बुरा कोलेस्ट्रोल कहा जाता है।
कहा जाता है कि अच्छे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा 60 से कम नहीं होनी चाहिए तथा बुरे कोलेस्ट्रोल की अधिकता 130 से ऊपर नहीं होनी चाहिए।
यदि आप भी हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या से जूझ रहे हैं तो ऐसी स्थिति में आपके लिए पतंजलि मुक्ता वटी टैबलेट एक रामबाण औषधि की तरह कार्य कर सकती है। यह टेबलेट ऐसे रोगों में बहुत ही सकारात्मक प्रभाव छोड़ती है।
पतंजलि मुक्त वटी को बनाने में कई आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों जैसे मुक्त पष्टि, पुष्करमूल, गजवा, ब्राह्मी, शंखपुष्पी, सर्पगंधा आदि का उपयोग किया गया है। ये सभी जड़ी बूटियां हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या में बहुत लाभ प्रदान करती है।
आप एक बार किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह से हाई कोलेस्ट्रॉल की स्थिति में मुक्ता वटी टैबलेट को सेवन करके देख सकते हैं।
3. घबराहट की समस्या में दिव्य पतंजलि मुक्ता वटी के लाभ
ऐसे बहुत से लोग होते हैं जिन्हें छोटी ही बातों के कारण बहुत जल्दी घबराहट होने लगती है, किसी भी बात के लिए घबराहट का होना ठीक नहीं है यह स्थिति हमारे लिए बहुत ही घातक सिद्ध हो सकती है।
आपने भी अपने आसपास या परिवार में कुछ ऐसे लोगों को देखा होगा जो जरा सी विकट स्थिति देखने पर घबरा जाते हैं तथा बड़ी विकट स्थिति में तो अपना आपा खो बैठते हैं ऐसे व्यक्तियों दिल बहुत ही जल्दी घबराने लगता है।
दिल का घबराना ठीक नहीं माना जाता है क्योंकि यह हृदय की कई बीमारियों का कारण बन सकता है इसलिए इसकी जल्द से जल्द रोकथाम करना जरूरी होता है।
दिल की घबराहट पर नियंत्रित करने के लिए पतंजलि दिव्य मुक्ता वटी टेबलेट एक बहुत ही अच्छी आयुर्वेदिक औषधि है जिसे पतंजलि द्वारा तैयार किया गया है।
मुक्ता वटी टैबलेट को बनाने में शंखपुष्पी, मलकानगणि, गॉडवॉच आदि आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का उपयोग किया गया है। यह जड़ी बूटियां हृदय की घबराहट को नियंत्रण करने में सहायक होती है।
4. सीने में दर्द की समस्या में पतंजलि मुक्ता वटी के फायदे
यह तो आप सभी जानते हैं कि सीने में दर्द होना कितना खतरनाक हो सकता है। डॉक्टर तो यहां तक कहते हैं कि सीने में दर्द को बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह हृदय आघात का रूप भी ले सकता है।
हर बार सीने में दर्द घातक हो यह जरूरी नहीं है कभी-कभी हम कुछ गलत खा लेते हैं इस वजह से भी गैस बनने के कारण सीने में दर्द की शिकायत हो जाती है। यदि आपको सीने में दर्द अक्सर बना रहता है तो फिर आपको जल्द से जल्द किसी अच्छे डॉक्टर को जरूर दिखाना चाहिए।
सीने में दर्द की शिकायत में राहत पाने के लिए आप दिव्य मुक्ता वटी के फायदे भी ले सकते हैं। इस दवाई में मौजूद जड़ी-बूटियां गैस से बनने वाले दर्द में बहुत ही लाभकारी होती है।
मुक्ता वटी का उपयोग सीने में दर्द की स्थिति को कंट्रोल करने के लिए कर सकते हैं। फिर भी सीने में दर्द अक्सर रहने एवं अधिक होने पर जल्द से जल्द डॉक्टर को दिखाना आवश्यक है।
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5. हृदय रोगों में दिव्य पतंजलि मुक्ता वटी के बेनिफिट्स
यदि आप सुबह में न्यूज़ पड़ते हैं, टीवी खोलते हैं या फिर समाचार में देखते हैं तो आपको हृदय रोगों से पीड़ित व्यक्तियों के बारे में सूचना मिल जाएगी या फिर ऐसे लोगों के बारे में पढने को मिल जाएंगे जो हृदय की बीमारियों की वजह से अपना जीवन खो बैठे।
दिल से जुड़ी बीमारियों को कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए चाहे आपको हाई बीपी की शिकायत हो या फिर लो बीपी की। कोलेस्ट्रोल अधिक बढ़ रहा हो या फिर सीने में दर्द हो रहा हो ऐसी किसी भी स्थिति में सबसे पहले डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
हृदय रोगों की स्थिति में काफी हद तक पतंजलि मुक्ता वटी टैबलेट का सहारा भी लिया जा सकता है। लेकिन सबसे पहले हमारी सलाह यही है कि आप किसी अच्छे डॉक्टर को दिखाएं।
क्योंकि दिव्य मुक्ता वटी टैबलेट को बनाने में आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां जैसे ब्राह्मी, शंखपुष्पी, गोदवाच, अश्वगंधा, मलकानगणि, सौंफ, पुष्कर्मूल, सर्पगंधा, मुक्ता पिष्टी आदि का उपयोग किया गया है। इस कारण यह हृदय से जुड़ी बीमारियों को नियंत्रित करने में काफी सहायक होती है।
पतंजलि मुक्ता वटी के नुकसान (Patanjali Mukta Vati Side Effects)
दिव्य मुक्ता वटी को बनाने में आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां जैसे ब्राह्मी, शंखपुष्पी, अश्वगंधा, सौंफ आदि का उपयोग किया गया है। हम सभी जानते हैं कि आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों के नुकसान बहुत कम होते हैं इनके नुकसान तब ही होते हैं जब इनका गलत ढंग से उपयोग किया जाए।
हमारे द्वारा इकट्ठा की गई जानकारी में हमें दिव्य मुक्ता वटी के साइड इफेक्ट्स या नुकसान के बारे में कोई भी डाटा प्राप्त नहीं हुआ है। आप इसके नुकसान के बारे में जानने के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सक से संपर्क कर सकते हैं।
फिर भी आप कुछ बातों का ध्यान रख सकते हैं जैसे
- जिन व्यक्तियों का ब्लड प्रेशर लो रहता है उन्हें मुक्ता वटी का उपयोग नहीं करना चाहिए।
- यदि आपकी पहले से ही हाई ब्लड प्रेशर की कोई दवाई चल रही है तो अपने डॉक्टर से परामर्श के बाद ही इस टेबलेट का सेवन करें।
- शराब पीकर दिव्य मुक्ता वटी टेबलेट का सेवन करने से बचें।
पतंजलि मुक्ता वटी के उपयोग (Patanjali Mukta Vati Uses in Hindi)
दिव्य मुक्ता वटी एक बहुत ही उपयोगी आयुर्वेदिक दवाई सिद्ध हुई है इसी कारण हजारों लोगों द्वारा इस का दैनिक जीवन में उपयोग किया जा रहा है। आइए जानते हैं पतंजलि मुक्ता वटी के उपयोग के बारे में –
- दिव्य मुक्ता वटी का उपयोग उच्च रक्तचाप की समस्या में किया जा सकता है।
- टैबलेट का उपयोग सीने में दर्द की शिकायत को कम करने के लिए भी कर सकते हैं।
- मुक्ता वटी का उपयोग सिरदर्द की शिकायत में भी कर सकते हैं।
- जिन व्यक्तियों को घबराहट जल्दी हो जाती हैं वह भी इस टेबलेट का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- हृदय से जुड़ी बीमारियों में पतंजलि मुक्ता वटी का उपयोग किया जा सकता है।
- नर्वसनेस इस समस्या में भी मुक्ता वटी का उपयोग कर सकते हैं।
पतंजलि मुक्ता वटी सेवन विधि (Divya Mukta Vati Dosage)
दिव्य मुक्ता वटी के सेवन के तरीके की बात करें तो इसका सेवन चिकित्सक के आदेश अनुसार या फिर इसके पैकेट पर दिए गए निर्देश के अनुसार ही करना चाहिए।
दिव्य मुक्ता वटी के पैकेट पर दिए गए निर्देश के अनुसार आप इस टेबलेट का सेवन इस प्रकार कर सकते हैं।
कितनी टैबलेट खानी हैं? | 1 से 2 टैबलेट दिन में दो बार |
कैसे सेवन करनी हैं? | गोली चबाकर बाद में लौकी का रस या पानी पी लेना है |
कब खानी हैं? | सुबह नाश्ते के 1 घंटा पहले तथा रात के भोजन के 1 घंटा पहले |
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दिव्य मुक्ता वटी कहां से खरीदें (How to Buy Divya Mukta Vati)
दिव्य मुक्ता वटी आपके आसपास के किसी भी पतंजलि स्टोर से आसानी से मिल जाएगी। यदि आप मुक्ता वटी टेबलेट को ऑनलाइन ऑर्डर करना चाहते हैं तो पतंजलि की ऑफिशल वेबसाइट या फिर फ्लिपकार्ट या अमेजॉन से भी ऑर्डर कर सकते हैं।
दिव्य मुक्ता वटी की कीमत (Divya Mukta Vati Price)
पतंजलि मुक्ता वटी के प्राइस की बात करें तो इसका 120 ग्राम का पैकेट लगभग ₹225 का आता है जिसमें 120 टैबलेट होती है।
₹225 = 120 टेबलेट
FAQ (प्रश्न-उत्तर)
उत्तर – दिव्य मुक्ता वटी 15 से 20 दिनों में अपना असर दिखाना शुरू कर सकती है।
उत्तर – जी हां मुक्तावटी उच्च रक्तचाप में बहुत लाभकारी है। इसके बारे में अधिक जानने के लिए ऊपर पोस्ट पढ़े।
उत्तर – जी हां, युवा लोग मुक्ता वटी का सेवन कर सकते हैं।
सारांश और समीक्षा
आज की इस पोस्ट में हमने दिव्य पतंजलि मुक्ता वटी के फायदे (Divya Patanjali Mukta Vati in Hindi) के बारे में जानकारी प्राप्त की। साथ ही में हमने पतंजलि मुक्ता वटी के नुकसान, मुक्ता वटी के उपयोग (Patanjali Mukta Vati Uses in Hindi), सेवन विधि तथा कीमत के बारे में भी जानकारी ली।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको दिव्य मुक्ता वटी एक्स्ट्रा पावर के फायदे के बारे में यह लेख बहुत ही पसंद आया होगा। यदि आपका मुक्ता वटी एक्स्ट्रा पावर पतंजलि के बारे में कोई भी प्रश्न है तो आप हमसे कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।
Disclaimer: उपरोक्त जानकरी केवल पाठको के ज्ञान वर्धन के लिए हैं इस चिकित्सीय विकल्प के रूप में ना ले. किसी भी दवा/तरीके/इलाज को अम्ल में लाने से पहले चिकित्सक का परामर्श अनिवार्य हैं.
Reference: पतंजलि आयुर्वेद ऑफिसियल साईट
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