पतंजलि न्यूरोग्रिट गोल्ड के 7 फायदे व नुकसान | Patanjali Neurogrit Gold in Hindi

पतंजलि न्यूरोग्रिट गोल्ड के लाभ (Neurogrit Gold Capsule Tablet in Hindi) पतंजलि न्यूरोग्रिट गोल्ड के फायदे और नुकसान, उपयोग (Price,Benefits, Uses of Patanjali Neurogrit Gold in Hindi)

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पतंजलि न्यूरोग्रिट गोल्ड के नुकसान – Side Effects of Patanjali Neurogrit Gold in Hindi

हम सभी लोग अपने शारीरिक स्वास्थ्य पर तो अच्छे से ध्यान दे देते हैं लेकिन मानसिक स्वास्थ्य की परवाह नहीं करते।

हममें से अधिकतर लोग मस्तिष्क की समस्या को अनदेखा करते रहते हैं। तथा तब इस पर ध्यान देते हैं जब बहुत देर हो चुकी होती है फिर मस्तिष्क की बीमारी माइग्रेन, व अवसाद जैसी समस्या में बदल जाती हैं।

ब्रेन से संबंधित समस्याओं को जड़ से खत्म करने के लिए आयुर्वेदिक दवाइयां हमेशा से ही बहुत सफल रही है। इसलिए हम आज आपको पतंजलि द्वारा बनाई गई पतंजलि न्यूरोग्रिट गोल्ड के फायदे के बारे में बताने जा रहे हैं।

यह दवाई मस्तिष्क से जुड़ी कई परेशानियों में बहुत बेहतर ढंग से काम करती है। आइए जानते हैं दिव्य पतंजलि न्यूरोग्रिट गोल्ड के फायदे और नुकसान के बारे में

पतंजलि न्यूरोग्रिट गोल्ड क्या है (Patanjali Neurogrit Gold in Hindi)

न्यूरोग्रिट गोल्ड के फायदे पतंजलि कंपनी के दिव्य फार्मेसी द्वारा बनाई गई एक आयुर्वेदिक दवाई है। इस दवाई को बनाने के पीछे मुख्य उद्देश्य मस्तिष्क से जुड़ी समस्याओं का निवारण करना है।

हाल ही के कुछ वर्षों से मस्तिष्क से संबंधित रोगों में बहुत अधिक बढ़ोतरी हुई है, जिस कारण कई लोगों को बहुत खतरनाक स्थितियों का सामना करना पड़ा है।

भारत में भी ब्रेन से संबंधित रोग देखने को मिल रहे हैं। स्ट्रोक्स की समस्या से जूझने में भारत का दुनिया में चौथा स्थान आता है, जबकि अमेरिका में स्ट्रोक से सबसे ज्यादा लोग प्रभावित होते हैं। स्ट्रोक्स, माइग्रेन, अल्जाइमर आदि मस्तिष्क से जुड़े रोग है।

ऐसे ही कई अन्य ब्रेन से संबंध रखने वाले रोगों को ठीक करने व इनसे बचाव करने के लिए बाबा रामदेव जी ने पतंजलि पतंजलि न्यूरोग्रिट गोल्ड का निर्माण कराया है। आगे हम जानेंगे कि दिव्य न्यूरोग्रिट गोल्ड के फायदे के फायदे क्या है इसे आपको इसके महत्व के बारे में पूरा पता चलेगा।

पतंजलि न्यूरोग्रिट गोल्ड में उपलब्ध सामग्री (Neurogrit Gold Capsule Ingredients)

दिव्य न्यूरोग्रिट गोल्ड के फायदे की आयुर्वेदिक सामग्रियों का मिश्रण है। जिनमें से कुछ निम्नलिखित है –

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  • मोती पिष्टी
  • एकंगवीर रास
  • वसंत कुसुमाकर रस
  • रजत भस्म
  • ज्योतिशामती
  • गिलोय रस
  • रसराज रास…आदि

मस्तिष्क के रोग कौन से होते हैं?

यदि आप पतंजलि न्यूरोग्रिट गोल्ड टैबलेट के बारे में पढ़ रहे हैं तो आपको यह भी जानकारी होनी चाहिए। कि ब्रेन से संबंधित रोग कौन कौन से होते हैं ताकि आप जल्द से जल्द उनका इलाज करा सके।

भूलने की बीमारी, तनाव, अवसाद, स्ट्रोक, माइग्रेन, मिर्गी, ब्रेन कैंसर, मेंटल डिसऑर्डर, पार्किंसन डिजीज, आदि को मस्तिष्क रोगों के नाम से जाना जाता है।

यदि आपको कोई भी मस्तिष्क रोग का लक्षण दिखाई दें तो जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें। यदि स्थिति अभी बिगड़ी नहीं है तो पतंजलि निरोग रेट गोल्ड का इस्तेमाल ठीक होने के लिए कर सकते हैं।

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पतंजलि न्यूरोग्रिट गोल्ड के फायदे (Divya Neurogrit Gold Benefits in Hindi)

दिव्य न्यूरोग्रिट गोल्ड मस्तिष्क से जुड़ी समस्याओं में एक बहुत ही प्रभावी औषधि की तरह कार्य करती है। आइए जानते हैं पतंजलि न्यूरोग्रिट गोल्ड टैबलेट के लाभ या फायदे के बारे में –

1. न्यूरो सेल के बचाव में दिव्य न्यूरोग्रिट गोल्ड के फायदे

हमें से बहुत से लोगों को न्यूरॉन्स या न्यूरो सेल के बारे में पता भी नहीं होगा, लेकिन यह हमारे दिमाग के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है।

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न्यूरो सेल्स या न्यूरॉन्स हमारे मस्तिष्क की वह कोशिकाएं होती है जो बाहर से मिल रहे सभी संकेतों को प्राप्त करती है तथा उन्हें पहचानती है।

यदि हमारे न्यूरॉन्स में खराबी आ जाती है या यह ठीक प्रकार से काम नहीं करते तो हमें कई मस्तिष्क से जुड़े रोग हो जाते हैं। इन कोशिकाओं के सही से कामना करने पर ही भूलने की बीमारी होना शुरू होती है।

न्यूरॉन्स को स्वस्थ बनाए रखने के लिए पतंजलि न्यूरोग्रिट गोल्ड एक वरदान की तरह कार्य करती है।

यदि आपका मस्तिष्क आपको यह संकेत दे रहा है कि नर्वस सिस्टम व न्यूरॉन्स पहले जैसे ठीक तरह से काम नहीं कर रहे हैं। तो जल्द से जल्द चिकित्सीय सलाह लें तथा न्यूरो ग्रेड गोल्ड का सेवन करें।

2. मनोभ्रंश में पतंजलि न्यूरोग्रिट गोल्ड के फायदे

मनोभ्रंश एक दिमागी समस्या होती है जिसे अंग्रेजी में Dementia के नाम से जाना जाता है।

मनोभ्रंश कोई रोग नहीं होता बल्कि यह नाम उन लक्षणों के ग्रुप को दिया गया है जो मनुष्य की मैमोरी को अफेक्ट करते हैं उनकी सोचने की क्षमता व सामाजिक कार्यप्रणाली को प्रभावित करते हैं।

मनोभ्रंश की स्थिति कोई एक रोग नहीं होती बल्कि यह कई मानसिक रोगों के कारण हो सकती है।

सामान्यता मनोभ्रंश की स्थिति में स्मृति का कम हो जाना, स्मृति का खो जाना या फिर सोचने-विचारने की क्षमता में कमी होना आदि होता है।

यदि आप भी यह स्थिति महसूस कर रहे हैं तो पतंजलि दिव्य न्यूरोग्रिट गोल्ड टैबलेट आपके लिए बहुत लाभकारी सिद्ध हो सकती है।

इसके रोजाना सेवन हमें ऐसे ही कई मानसिक बीमारियों से लड़ने की शक्ति देता है तथा इनसे बचाव करता है।

3. मिर्गी में दिव्य पतंजलि न्यूरोग्रिट गोल्ड के फायदे

मिर्गी एक न्यूरोलॉजिकल विकार होता है जिसमें मस्तिष्क की गतिविधि असामान्य हो जाती है जिसे आमतौर पर दौरे पड़ना भी कहा जाता है।

जिस व्यक्ति को यह समस्या होती है वह असामान्य व्यवहार करने लगता है। मरीज को इस बीमारी में पता नहीं होता कि वह क्या कर रहा है तथा वह कहां पर है।

मिर्गी को भी दिमागी रोगों की श्रेणी में रखा जाता है तथा इसका इलाज भी आसानी से उपलब्ध है। लेकिन इसके लक्षणों को लंबे समय तक अनदेखा करना हानिकारक हो सकता है।

पतंजलि न्यूरोग्रिट गोल्ड में एकांगवीर रस, मोती पिष्टी, रजत भस्म, रसराज रस, आदि जड़ी बूटियां मिली हुई है जो मिर्गी जैसे दिमागी रोगों में बहुत लाभदायक सिद्ध होती है।

यदि आपके पास ऐसा कोई व्यक्ति है जिन्हें मिर्गी की समस्या बहुत अधिक होती है। तो आप उन्हें पतंजलि न्यूरोग्रिट गोल्ड टेबलेट का सेवन करा सकते हैं उनके लिए यह बहुत फायदेमंद साबित होगी।

4. पार्किंसन रोग में पतंजलि न्यूरोग्रिट गोल्ड के फायदे

पार्किंसन एक बहुत ही हानिकारक विकार होता है जो हमारे मस्तिष्क के तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है यह नर्वस सिस्टम का एक रोग होता है।

इस रोग के लक्षण धीरे-धीरे शुरू होते हैं तथा एक हाथ में कंपन होना इसका शुरुआती लक्षण हो सकता है। लेकिन जैसे-जैसे स्थिति बढ़ती है यह बीमारी गंभीर होती चली जाती है।

दिव्य न्यूरोग्रिट गोल्ड टैबलेट को कई आयुर्वेदिक औषधियों जैसे ज्योतिशांति, गिलोय रस, रजत भस्म, मोती पिष्टी आदि से तैयार किया गया है जिस कारण यह पार्किंसन जैसे लोग रोग में लाभकारी सिद्ध होती है।

यदि आपको पार्किंसन के लक्षण दिखाई देते हैं, तो जल्द से जल्द किसी अच्छे डॉक्टर से संपर्क करें एवं न्यूरोग्रिट गोल्ड कैप्सूल का सेवन शुरू कर दीजिए।

5. स्ट्रोक से बचाव में पतंजलि न्यूरोग्रिट गोल्ड कैप्सूल के फायदे

यह 21वी सदी चल रही है ऐसा मुमकिन है कि आपने स्ट्रोक के बारे में सुन लिया होगा क्योंकि 20 वी सदी में तो इसके बहुत कम मामले सामने आते थे।

आजकल लोगों को स्ट्रोक आने की समस्या बहुत अधिक बढ़ गई है। अमेरिका में हर वर्ष लाखों लोगों को स्ट्रोक आता है तथा भारत भी कुछ पीछे नहीं है। भारत स्ट्रोक की समस्या से ग्रसित लोगों में दुनिया में चौथे नंबर पर आता है।

स्टॉक एक ऐसी स्थिति होती है जब हमारे मस्तिष्क की रक्त वाहिका में रुकावट आ जाती है या तो रक्त वाहिका फट जाती है जिससे मस्तिष्क में खून कम जाने लगता है या अधिक बहने लगता है। इस स्थिति में व्यक्ति की मौत तक हो जाती है।

यदि आपको स्ट्रोक के शुरुआती लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो जल्द से जल्द पतंजलि न्यूरोग्रिट गोल्ड का सेवन कर दीजिए तथा चिकित्सक को भी जरूर दिखाइए।

दिव्य न्यूरोग्रिट गोल्ड कैप्सूल खाने के साथ-साथ चिकित्सक की सलाह लेनी जरूरी है क्योंकि स्टॉक एक जानलेवा स्थिति बन सकती है।

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6. माइग्रेन में पतंजलि न्यूरोग्रिट गोल्ड के फायदे

माइग्रेन में हमारे मस्तिष्क में बहुत तेज दर्द होता है यह दर्द असहनीय सा प्रतीत होता है। अगर इस प्रकार का दर्द अधिक देर तक बना रहता है तो यह खतरनाक साबित हो सकता है।

आजकल दुनिया में करोड़ों लोग माइग्रेन की समस्या से जूझ रहे हैं जिस कारण इस दिमागी समस्या की ओर ध्यान देना बहुत जरूरी हो गया है।

माइग्रेन की समस्या से निजात पाने के लिए पतंजलि न्यूरोग्रिट गोल्ड बहुत उपयोगी साबित हो सकती है।

यदि आपको माइग्रेन या तेज सिर दर्द की समस्या दिखाई देती है तो आप दिव्य न्यूरोग्रिट टेबलेट का उपयोग करना शुरू कर सकते हैं आपको कुछ ही दिनों में असर दिखाई देना शुरू हो जाएगा।

7. ब्रेन डिसऑर्डर में दिव्य न्यूरोग्रिट गोल्ड के फायदे

ब्रेन डिसऑर्डर वे समस्याएं होती हैं जो मस्तिष्क से संबंधित रखती है इन समस्याओं में शिजोफ्रेनिया, मिर्गी, स्टॉक्स, अल्जाइमर, पार्किंसन आदि आती है।

यदि आपको ब्रेन डिसऑर्डर से संबंधित कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं तो जल्द से जल्द इन पर ध्यान दें तथा चिकित्सकीय सलाह लेना ना भूलें। साथ में आप न्यूरोग्रिट गोल्ड कैप्सूल का सेवन भी कर सकते हैं।

दिव्य न्यूरोग्रिट गोल्ड को बनाते समय इसमें ज्योतिशांति, बसंत कुसुमाकर रस, रजत भस्म, मोती पिष्टी, एकांगवीर रस, रस राज आदि का इस्तेमाल किया गया है, जो इसे मस्तिष्क से संबंधित रोगों के लिए एक वरदान बनाते हैं।

अधिकतर ब्रेन डिसऑर्डर की दिक्कत में आप आयुर्वेदिक चिकित्सक के परामर्श के अनुसार न्यूरोग्रिट गोल्ड टैबलेट का उपयोग कर सकते हैं।

दिव्य न्यूरोग्रिट गोल्ड के नुकसान (Patanjali Neurogrit Gold Side Effects in Hindi)

जैसा कि हम जानते हैं दिव्य न्यूरोग्रिट गोल्ड को आयुर्वेदिक औषधियों के मिश्रण से तैयार किया गया है तथा आयुर्वेदिक दवाइयों के नुकसान ना के बराबर होते हैं।

हमने जो न्यूरोग्रिट गोल्ड के साइड इफेक्ट्स ढूंढने के लिए रिसर्च की है, हमें इसके नुकसान के बारे में कोई डाटा नहीं मिला है।

फिर भी आप अपना समझे दूर करने के लिए किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से इस बारे में सलाह ले सकते हैं।

पतंजलि न्यूरो ग्रेट गोल्ड का सेवन करते समय आप कुछ बातों का ध्यान रख सकते हैं जैसे-

  • न्यूरोग्रिट गोल्ड का सेवन इस पर लिखे पैकेट के अनुसार या डॉक्टर के कहे अनुसार ही करें।
  • बच्चों को न्यूरोग्रिट गोल्ड कैप्सूल देने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना अनिवार्य है।
  • खाली पेट इस दवाई का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • एक खुराक से ज्यादा यह आयुर्वेदिक दवाई ना खाएं।
  • यदि आपकी पहले से ही कोई मस्तिष्क की समस्या से जुड़ी दवाई चल रही है, तो डॉक्टर से परामर्श के बाद ही न्यूरोग्रिट गोल्ड का सेवन करें।

पतंजलि न्यूरोग्रिट गोल्ड के उपयोग (Divya Neurogrit Gold Uses in Hindi)

पतंजलि न्यूरोग्रिट गोल्ड एक बहुत ही अच्छी आयुर्वेदिक होती है जिस कारण यह मस्तिष्क रोगों से लड़ने में लोगों की मनपसंद दवाई बनती जा रही है। आइए जानते हैं दिव्य न्यूरोग्रिट गोल्ड के उपयोग के बारे में –

  • सिर दर्द की समस्या से छुटकारा पानी में न्यूरोग्रिट गोल्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • भूलने की बीमारी को कम करने में भी न्यूरो ग्रेट गोल्ड उपयोगी है।
  • यह दवाई सोचने समझने की क्षमता में भी विकास करती है।
  • माइग्रेन की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए न्यूरोग्रिट टेबलेट उपयोगी है।
  • मस्तिष्क की कोशिकाओं को स्वस्थ रखने व उनके विकास में न्यूरोग्रिट कैप्सूल उपयोगी है।
  • मस्तिष्क के डिसऑर्डर ठीक करने के लिए न्यूरोग्रिट टेबलेट का उपयोग किया जाता है।

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पतंजलि न्यूरोग्रिट गोल्ड सेवन विधि (Divya Neurogrit Gold Tablet Dosage)

दिव्य न्यूरोग्रिट गोल्ड को खाने का तरीका बहुत ही साधारण है आप पूरे दिन में इसके 4 कैप्सूल खा सकते हैं।

न्यूरोग्रिट गोल्ड की 2 कैप्सूल आप सुबह खाने के बाद हल्के गर्म पानी से तथा 2 कैप्सूल शाम को खाना खाने के बाद हल्के गर्म पानी से ले सकते हैं।

सबसे अच्छा तो यह रहेगा कि आप इसके सेवन के बारे में जाने के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह ले।

पतंजलि न्यूरोग्रिट गोल्ड कहां से खरीदें (How to buy Neurogrit Gold)

दिव्य न्यूरोग्रिट गोल्ड हमारे आसपास के लगभग सभी पतंजलि स्टोर पर उपलब्ध है। आप चाहे तो ऑनलाइन आर्डर करके भी इसे अपने घर पर मंगवा सकते हैं।

पतंजलि न्यूरोग्रिट गोल्ड की कीमत (Divya Neurogrit Gold Price)

अगर दिव्य न्यूरोग्रिट गोल्ड के के प्राइस की बात करें तो इसका 13 ग्राम का पैकेट ₹600 का आता है जिसमें 20 कैप्सूल होते है।

₹600 = 20 कैप्सूल

FAQ (प्रश्न-उत्तर)

प्रश्न – क्या भूलने की बीमारी में न्यूरोग्रिट गोल्ड उपयोगी है?

उत्तर – हां, भूलने की बीमारी में न्यूरोग्रिट गोल्ड का उपयोग किया जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए ऊपर पोस्ट पढ़े।

प्रश्न- क्या मस्तिष्क से जुड़ी समस्याओं में न्यूरोग्रिट गोल्ड का उपयोग करना चाहिए?

उत्तर – मस्तिष्क रोगों में न्यूरोग्रिट गोल्ड बहुत उपयोगी है। इसके बारे में ऊपर लेख में बताया गया है।

प्रश्न – क्या बच्चे न्यूरोग्रिट गोल्ड का सेवन कर सकते हैं?

उत्तर – बच्चों को न्यूरोग्रिट गोल्ड कैप्सूल देने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना अनिवार्य है।

सारांश और समीक्षा

मस्तिष्क से जुड़े रोगों को दूर करने के लिए आज हमने पतंजलि न्यूरोग्रिट गोल्ड के लाभ (Benefits of Divya Patanjali Neurogrit Gold in Hindi) के बारे में जाना। किसी के साथ हमने पतंजलि न्यूरोग्रिट गोल्ड के फायदे और नुकसान, न्यूरोग्रिट गोल्ड के उपयोग, कीमतसेवन विधि के बारे में भी जानकारी प्राप्त की।

यदि आप अब भी पतंजलि न्यूरोग्रिट गोल्ड के उपयोग (Neurogrit Gold Capsule Uses in Hindi) बारे में कोई प्रश्न रखते हैं तो आप हमसे कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं। हमें आपके प्रश्न का उत्तर देने में खुशी होगी।

Disclaimer: इस पोस्ट में बताये तरीके, विधि व दावों की हेल्थीह्यूमन पुष्ठी नहीं करता। इन्हें केवल सुझाव की तरह ले। इस प्रकार के किसी भी उपचार/दवा/डाइट अम्ल में लाने से पहले चिकित्सक की सलाह जरुर ले।

Reference : neurogrit

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